अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाने के मामले में विशेष सीबीआई अदालत के सामने भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी अदालत के सामने पेश हुये. अदालत के सामने पेश होने से पहले वह वीवीआईपी गेस्ट हाउस में ठहरे. वहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया. सीबीआई की विशेष अदालत के सामने भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा, महंत नृत्य गोपालदास और रामविलास वंदाती को भी पेश होना पड़ा. अदालत से बाहर जहां भाजपा के नेता बयान देने से बचते रहे, वहीं राम विलास वेदांती ने मुखर होकर कहा कि ‘ढांचा गिराने वालों में मैं शामिल था.’

यही नहीं राम विलास वेदांती ने अपने को इसमें शामिल बताते हुये लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को क्लीन चिट देते कहा कि उनका इसमें कोई रोल नहीं है. वह कहते हैं कि आडवाणी और जोशी को अयोध्या में ढांचा ढहाने के मामले से कोई लेना देना नहीं है. मैं इसमें शामिल था और आगे भी मंदिर बनाने के लिये पूरी तरह से तैयार हूं. यही नहीं भाजपा के सांसद साक्षी महाराज ने भी कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनने से कोई रोक नहीं सकता है. साक्षी महाराज भी ढांचा ढहाने के मामले में सुनवाई से पहले ही अपने बयान दे रहे थे.

साक्षी महाराज ने कहा कि मैंने कोई अपराध नहीं किया है. मैंने गलत काम नहीं किया. मै खुशनसीब हूं कि मुझे यह काम करने का मौका मिला. अब धरती की कोई ताकत अयोध्या में राम मंदिर बनाने से रोक नहीं सकती है. अब लोगों को यह विरोध छोड़ कर आगे आना चाहिये. अब तो तमाम मुसलिम भी इस दिशा में आगे आ रहे हैं. 1992 में अयोध्या में राम मंदिर बाबरी मस्जिद विवाद में 6 दिसम्बर को ढांचा ढहा दिया गया था. इस मामले में भाजपा और विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े कई नेता आरोपी बनाये गये. 25 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक विशेष सीबीआई अदालत किसी फैसले पर नहीं पहुंची है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...