केशव कुछ दिनों से अपने दाएं अंडकोष की थैली के आसपास दर्द व बेचैनी महसूस कर रहे थे. दर्द तेज होने पर डाक्टर को दिखाया. डाक्टर ने जांच कर के कुछ दवाएं दीं. दवाओं से दर्द कुछ समय के लिए गायब हो गया पर कुछ दिनों बाद दर्द फिर शुरू हुआ तो डाक्टर के पास जाने के बजाय पहले वाली दवा लेते रहे. उन्होंने महसूस किया कि उन का अंडकोष धीरेधीरे बढ़ रहा है. एक दिन काफी दर्द होने पर 40 वर्षीय केशव डाक्टर के पास गए. अल्ट्रासाउंड द्वारा जांच करने पर पता चला कि उन्हें अंडकोष का कैंसर है. डाक्टर ने बताया कि उन की लापरवाही की वजह से स्थिति नाजुक हो चुकी है. यदि समय रहते उन्होंने इस का सही इलाज करवा लिया होता तो ऐसी समस्या न आती. मैडिकल साइंस की एक पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ सालों से पुरुषों में अंडकोष के कैंसर की समस्या तेजी से बढ़ रही है. अंडकोष में कैंसर 6 माह के अंदर खतरनाक हालत में पहुंच जाता है. इस का फैलाव पेड़ से दिमाग तक हो सकता है.

अंडकोष के कैंसर पर नई खोज करने वाले अमेरिका के आर्मी मैडिकल सैंटर के यूरोलौजी औंकोलौजिस्ट विभाग के प्रमुख डा. जूड डब्लू मोले का कहना है कि पुरुष अंडकोष के दर्द को सामान्य रूप में लेते हैं जिस की वजह से वे डाक्टर के पास देर से जाते हैं. कुछ डाक्टर के पास जाते भी हैं तो डाक्टर पहचानने में गलती कर जाते हैं. साधारण बीमारी समझ कर उस का इलाज कर देते हैं. कैंसर विशेषज्ञ डा. एम के राणा का कहना है कि अधिकतर भारतीय पुरुष  अंडकोष के कैंसर से अनजान हैं जिस की वजह से वे अपने अंडकोष में आए परिवर्तन की ओर ध्यान नहीं देते हैं. जब समस्या बढ़ जाती है तब डाक्टर के पास पहुंचते हैं. हर पुरुष को चाहिए कि वह अपने अंडकोष  में आए परिवर्तन पर ध्यान रखे. अंडकोश में दर्द, सूजन, आसपास भारीपन, अजीब सा महसूस होना, लगातार हलका दर्द बना रहना, अचानक अंडकोष के साइज में काफी अंतर महसूस करना, अंडकोष पर गांठ, अंडकोश का धंसना आदि लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डाक्टर से मिलना चाहिए. पुरुषों में यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...