प्रो रेसलिंग लीग की पहली चैंपियन मुंबई गरुड़ टीम बनी. राजधानी के केडी जाधव रेसलिंग स्टेडियम में आयोजित इस मुकाबले में मुंबई गरुड़ के पहलवानों ने हरियाणा हैमर्स को 7-2 से हरा कर यह खिताब अपने नाम किया. माना जा रहा है कि यह लीग विश्व की सब से महंगी कुश्ती लीग थी जिस में 66 पहलवानों ने हिस्सा लिया. उन में 36 भारतीय पहलवान और 30 विदेशी पहलवान थे. इन में ऐसे 20 पहलवानों ने भी हिस्सा लिया जो ओलिंपिक में पदक हासिल कर चुके हैं. इस लीग में 3 लाख डौलर यानी लगभग 19 करोड़ रुपए पुरस्कार व नीलामी की राशि रखी गई थी. मुंबई गरुड़ की टीम एक भी लीग मैच नहीं हारी और पहलवानों ने शानदार जीत दर्ज की.

खेल के अंतिम दिनों में कुछ खिलाडि़यों को अव्यवस्था का सामना करना पड़ा तो कई खिलाडि़यों के बीच मतभेद भी उभर कर सामने आए. अमित धनखड़ और योगेश्वर दत्त आपस में ही भिड़ गए. फाइनल मुकाबले में शुरुआती दौर में हरियाणा की टीम ने बढ़त बना ली और मुंबई गरुड़ 1-2 से पिछड़ गई पर अगले 4 मुकाबलों में लगातार जीत हासिल कर मुंबई की टीम ने इस दंगल का ताज हासिल कर लिया.

क्रिकेट, बैडमिंटन, कबड्डी और फुटबौल की तरह प्रो रेसलिंग में पहलवानों पर भी पैसों की बारिश शुरू हो चुकी है. लाखों में बिकने वाले पहलवानों के अब दिन फिर चुके हैं साथ ही कुश्ती को अब अलग ऊंचाई भी मिलने लगी है. ऐसे में भारतीय पहलवानों को भी आगे बढ़ने का मौका मिलने लगा है.

चोट के कारण हरियाणा के कप्तान योगेश्वर दत्त फाइनल नहीं खेल पाए, जो हरियाणा टीम को भारी पड़ा. 74 किलोग्राम भारवर्ग में खेलने वाले नरसिंह पंचम यादव और मुंबई की ओडुनायो को सर्वश्रेष्ठ पुरुष व महिला पहलवान चुना गया. वहीं, इस टूर्नामैंट के सर्वश्रेष्ठ मेंटर अवार्ड के लिए योगेश्वर दत्त को चुना गया.       

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...