हर क्रिकेट प्रेमी की जबान पर इन दिनों भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली का ही नाम है. ऐसा इसलिए क्योंकि विराट कोहली आएदिन नया इतिहास रच रहे हैं. वे जीत की बुलेट ट्रेन पर सवार हैं.

विराट की सब से बड़ी खासीयत यह है कि वे क्रिकेट के हर फौर्मैट में फिट हैं फिर चाहे वह टेस्ट मैच हो या टी-20. जब कप्तानी की बारी आती है तो कप्तानी की भूमिका भी बखूबी निभाते हैं. टेस्ट क्रिकेट में वे धैर्य दिखाते हैं तो एकदिवसीय और टी-20 में तेजी से रन बनाते हैं.

एक समय था जब किसी खिलाड़ी के लिए सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर ही आदर्श हुआ करते थे पर अब इनकी जगह विराट ले रहे हैं.

विराट कोहली जिस तेजी से रन बटोर रहे हैं उस से यही लगता है कि एक दिन वे सचिन के शतकों की संख्या को पार कर देंगे. उन की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में होती है. 49 टेस्ट में उन्होंने 46.11के औसत से 3,643 रन बनाए. इन में 13 शतक भी शामिल हैं. वहीं 171 एकदिवसीय मैचों में उन्होंने7,212 रन बनाए जिन में 25 शतक बना चुके हैं.

वैस्टइंडीज टीम के खिलाफ टेस्ट मैच में पदार्पण करने वाले विराट ने उस टेस्ट मैच में पहली पारी में मात्र 4रन बनाए थे वहीं दूसरी पारी में भी कुछ नहीं कर पाए थे. उस समय टीम इंडिया को मध्यक्रम के बल्लेबाजों की तलाश थी. तब विराट कोहली और सुरेश रैना को टेस्ट क्रिकेट में खेलने का मौका दिया गया था. उस के बाद विराट ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा. विराट को अभी काफी लंबा सफर करना है और वे जिस तेजी से रन बना रहे हैं उस से तो यही लगता है कि एक दिन क्रिकेट के रिकौर्ड्स की हर लिस्ट में सब से ऊपर उन्हीं का नाम होगा.

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