भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का चौथा वनडे जब कैनबरा में शुरू हुआ, तो मैच की शुरुआत में बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और एरॉन फिंच के अलावा एक और शख्स था, जो मैदान पर हेलमेट पहने खड़ा था. वो थे अंपायर जॉन वार्ड. वार्ड के इस कदम के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हेलमेट पहनकर अंपायरिंग की परंपरा भी शुरू हो गई.

वार्ड के इस फैसले से हैरानी नहीं हुई, क्योंकि कुछ ही महीने पहले जब वो भारत के घरेलू क्रिकेट में एक मैच में अंपायरिंग कर रहे थे, तो एक गेंद उनके सिर पर लगी थी और उन्हें कुछ दिनों तक अस्पताल में बिताने पड़े थे.

पंजाब और तमिलनाडु के बीच खेले गए इस मैच में वार्ड के सिर के पिछले हिस्से में गेंद लगी थी और वे दर्द से कराहते हुए गिर पड़े थे. दरअसल पंजाब के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बरिंदर सरां उस समय बैटिंग कर रहे थे. उनका ही एक करारा शॉट वार्ड के सिर में जा लगा था. वॉर्ड पिछले कुछ दिनों से बिग बैश मुकाबले में हेलमेट पहनकर अंपायरिंग का अभ्यास भी कर रहे थे.

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