जुलाई के दूसरे पखवाड़े में कंपनियों के बेहतर तिमाही परिणाम और विदेशों से अच्छे संकेत मिलने के नतीजे में शेयर बाजार में रौनक का माहौल रहा. निवेशकों में उत्साह बना रहा जबकि गाजा संकट और यूके्रन का संकट लगातार वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश करता रहा. नई सरकार के पहले आम बजट पेश करने के बाद बाजार में माहौल सकारात्मक रहा और उत्साहित बाजार ने 22 जुलाई को दूसरी बार 26 हजार अंक का आंकड़ा पार किया. इस से पहले बाजार ने 7 जुलाई को यानी नई सरकार के रेल बजट पेश करने से महज 1 दिन पहले और आम बजट से 3 दिन पहले यह आंकड़ा हासिल किया था. जुलाई के तीसरे सप्ताह में 21 जुलाई को बाजार लगातार छठे दिन तेजी पर बंद हुआ और रिकौर्ड ऊंचाई हासिल कर के 26,025 अंक तक जा पहुंचा. अगले दिन फिर लय बरकरार रही और सूचकांक ने नया रिकौर्ड बनाया. नैशनल स्टौक ऐक्सचेंज यानी निफ्टी भी लगातार नई ऊंचाई की तरफ बढ़ता गया. जानकारों का कहना है कि निकट भविष्य में मानसून और वैश्विक माहौल बाजार के मिजाज को बिगाड़ सकते हैं. इस से पहले 15 जुलाई को बाजार लगातार 5 दिन की गिरावट से उबरा और 221 अंक की तेजी पर बंद हुआ. कारोबारियों का कहना है कि बाजार का माहौल अच्छा है. बजट के दौरान सूचकांक में गिरावट जरूर आई थी लेकिन अब उस ने लगातार सकारात्मक रुख अख्तियार कर लिया है.

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