‘बी ए पास’ दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में शूट की गई डेढ़ घंटे की छोटी सी फिल्म है, जिस में कोई बड़ा या नामीगिरामी सितारा नहीं है. फिल्म का सब्जैक्ट काफी बोल्ड है. फिल्म में कुछेक सीन्स पौर्न फिल्मों जैसे हैं. लेकिन ऐसे सीन कहानी की मांग हैं, जबरदस्ती नहीं डाले गए हैं. फिल्म में निर्देशक अजय बहल ने यह दिखाने की कोशिश की है कि किस तरह बड़े शहरों की हवा और वहां का कल्चर मासूम युवाओं को अपने कब्जे में ले कर उन्हें गलत रास्ते पर चलने को मजबूर कर देता है.

फिल्म की कहानी 18 साल के नौजवान मुकेश (शादाब कमल) की है जिस के पिता की मौत हो जाती है. उस की मां भी नहीं है. वह अपनी 2 बहनों के साथ चाचाचाची के पास दिल्ली में रहने लगता है. चाची हर वक्त उसे अपना खर्च खुद उठाने के ताने देती है. वह उस की दोनों बहनों को अनाथालय में भेज देती है. एक दिन चाची की फ्रैंड सारिका (शिल्पा शुक्ला) की नजर मुकेश पर पड़ जाती है. वह उसे अपने घर बुलाती है. पहली ही मुलाकात में सारिका मुकेश के साथ शारीरिक संबंध बना लेती है. फिर यह खेल हर रोज शुरू हो जाता है. बदले में सारिका मुकेश को काफी पैसे भी देती है. वह अपनी सहेलियों के फोन नंबर भी मुकेश को देती है. अब मुकेश हर रात सारिका की सहेलियों के साथ सैक्स करता है और खूब पैसे इकट्ठे करता है.

एक दिन सारिका के पति (राजेश शर्मा) को इस बात का पता चल जाता है और मुकेश की जिंदगी खराब हो जाती है. मुकेश की बहनों के बारबार फोन आते हैं कि वह उन्हें आ कर ले जाए परंतु मुकेश के पास पैसे नहीं होते क्योंकि उस ने सारी जमापूंजी सारिका के यहां रखवा दी थी. सारिका से पैसे वापस मांगने पर वह मना कर देती है. मुकेश उस का कत्ल कर देता है. पुलिस उस के पीछे लग जाती है. मुकेश एक छत से कूद कर अपनी जान गंवा देता है.

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