चना सेहत के लिहाज से सब से उम्दा अनाज है. यही कारण है कि मिठाइयों में चने के बेसन का सब से ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. लड्डू और बरफी के अलावा और भी कई मिठाइयां इस से तैयार की जाती हैं. अब बेसन व चीनी के साथ कुछ मेवे मिला कर बेसनमेवा बरफी भी तैयार होने लगी है. बेसनमेवा बरफी की कीमत ज्यादा होती है, जबकि बेसन और चीनी से बनने वाली मिठाइयों की कीमत कम होती है. बेसन का मिठाइयों में सब से ज्यादा इस्तेमाल इसलिए होता है, क्योंकि इस से बनने वाली मिठाइयां ज्यादा दिनों तक चलती हैं. बेसन, चीनी और घी से तैयार होने वाली मिठाइयों में सब से अधिक स्वाद आता है. गणेश मिष्ठान के मोहित गुप्ता कहते हैं, ‘पहले बेसन से तैयार मिठाइयों को सस्ती मिठाई माना जाता था. अब मेवा मिलने के बाद बेसन की मिठाइयां भी महंगी हो गई हैं. ये भी खास मिठाइयों में गिनी जाने लगी हैं.’

गांवों के बाजारों में बेसन से बनने वाली मिठाइयां खूब मिलती हैं. मोहित गुप्ता कहते हैं, ‘खोए से तैयार होने वाली मिठाइयों में मिलावट का अंदेशा बना रहता है. कई बार खोया ही मिलावटी होता है. ऐसे में बेसन से तैयार मिठाई शुद्ध होती है. इस में खराब होने वाली चीजें नहीं मिली होती हैं. लिहाजा यह स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी मानी जाती है.’ लड्डू के बाद बेसन की बरफी काफी चलन में है. इसे बनाना बेहद आसान होता है, लिहाजा लोग बेसन की बरफी बनाने का कारोबार भी कर सकते हैं. शहरों से ले कर गांवों तक यह खूब चलन में है. बेसन की बरफी चौकोर, तिकोनी व अलगअलग आकारों की बनती है.

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