तर्क

जो तर्क करने को तैयार न हो वह अंधविश्वासी, जो तर्क न कर सके वह मूर्ख और जिस में तर्क करने का साहस ही न हो वह गुलाम है.

रहस्य

जिस ने इतना भी जाहिर कर दिया कि उस के पास कोई भेद है, तो उस ने आधा भेद तो खोल दिया, बाकी आधा वह कब तक सुरक्षित रख पाएगा?

प्रायश्चित्त

आदमी अपने गलत काम का सब से अच्छा प्रायश्चित्त यह कर सकता है कि दूसरों को वैसा करने से आगाह कर दे.

इंद्रियां

जिस पुरुष की इंद्रियां अपने वश में नहीं वह एक ऐसा मकान है जिस की दीवारें गिर चुकी हैं.

परिश्रम

प्रतिभा किसी बड़े काम को शुरू तो कर लेती है, किंतु कठोर श्रम ही उसे पूरा करता है.

सज्जन

सज्जन वही है जो उन व्यक्तियों का भी सम्मान करता है जो उस के किसी काम नहीं आ सकते.

समय

भूत और भविष्य सब से अच्छा लगता है, वर्तमान सब से बुरा.

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