वह जमाना कब का खत्म हो चुका जब अपनी शादी की बात पर लड़के भी लड़कियों की तरह शरमा उठते थे. लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप ने उड़ती अफवाहों को विराम देते हुए बयान यह दिया कि उन की शादी योगगुरु और कारोबारी बाबा रामदेव की भतीजी से नहीं हो रही है. रामदेव तो पापा की तबीयत का हालचाल जानने के लिए घर आए थे. सत्ता के खेल में शादियों की भूमिका और इतिहास के बारे में शायद ही तेजप्रताप कुछ जानते हों.

बकौल तेजप्रताप, उन की शादी वहीं होगी जहां मातापिता तय कर देंगे. यानी सफाई के साथसाथ संस्कारों की मिसाल भी उन्होंने दे दी. तेजप्रताप जैसे आज्ञाकारी बेटे मिलना अब दुर्लभ बात हो चली है जो जमाने की हवा के साथ नहीं बहते. इस की राजनीतिक वजहें भी हैं. रामदेव भाजपा के नजदीक हैं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आस्था भी अपने पूर्व दुश्मन नरेंद्र मोदी में जागृत हो रही है, ऐसे में रामदेव की भतीजी से शादी की अफवाह बेवजह तो नहीं कही जा सकती.

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