मैं  एक मल्टीनैशनल कंपनी में कार्यरत शादीशुदा पुरुष हूं. अब तक हमारी जिंदगी बड़ी खुशी से गुजर रही थी. लेकिन हाल ही में मेरा प्रमोशन हुआ है और कार्य की व्यस्तता के कारण मैं पत्नी के साथ अधिक समय नहीं गुजार पाता जिस की वजह से वह अकसर नाराज रहती है, झगड़ा करती है. इस समस्या को कैसे सुलझाऊं?
मल्टीनैशनल कंपनी में काम करने का अर्थ यह नहीं कि आप पत्नी की इच्छाओं की ओर ध्यान देना छोड़ दें और चौबीसों घंटे सिर्फ काम में ही लगे रहें.
आप खुद को पत्नी की जगह रख कर देखें. अगर पत्नी, व्यस्तता के कारण आप को समय न दे तो आप को कैसा लगेगा. क्या आप उसे सामान्य समझेंगे? आप को भी गुस्सा आएगा. इसलिए सिर्फ पत्नी को पैसा दे कर अपनी जिम्मेदारी पूर्ण समझने के बजाय समय निकाल कर उस के साथ घूमनेफिरने जाएं, इकट्ठे समय व्यतीत करने के साथसाथ उस से बातचीत करें. पत्नी की शिकायत दूर हो जाएगी.
मैं एक फौजी हूं और एक लड़की से बहुत प्यार करता हूं. हम दोनों विवाह करना चाहते हैं पर मेरी समस्या है कि वह गैरबिरादरी की है और अगर मैं उस से विवाह करता हूं तो समाज मेरे परिवार को बिरादरी से बाहर कर देगा. मैं उसे भूल नहीं सकता. वह कहीं और शादी के बाद भी मुझ से संबंध रखने को तैयार है. आप ही बताइए, मैं क्या करूं?
अगर आप का गांव से ज्यादा संबंध नहीं है, आप को अपना वैवाहिक जीवन वहां व्यतीत नहीं करना तो आप के गैरबिरादरी की लड़की से विवाह करने से कोई खास समस्या नहीं होगी क्योंकि आप का वहां के समाज और बिरादरी से ज्यादा मेलजोल नहीं होगा. लेकिन अगर आप को विवाह के बाद गांव में ही रहना है तो उस लड़की से विवाह न करें क्योंकि समाज और बिरादरी वाले आप के लिए बारबार मुश्किलें खड़ी करेंगे.
जहां तक उस लड़की के कहीं और शादी के बाद भी आप से संबंध रखने की बात है, यह बिलकुल सही नहीं है. इस से न वह अपने परिवार में खुश रह पाएगी और न ही आप. इसलिए ऐसा करने का खयाल अपने मन से निकाल दें, यही बेहतर होगा.
मैं 3 भाइयों की बहन हूं और अपने तीनों भाइयों से बहुत प्यार करती हूं. पर मेरा सब से छोटा भाई घर में किसी से भी ठीक से बात नहीं करता. घर वाले उसे समझासमझा कर थक चुके हैं लेकिन उस पर कोई असर नहीं है. जब उसे पैसे की जरूरत होती है तो वह सब से ठीक से बात करता है. उसे सिर्फ पैसे से मतलब होता है वरना वह मम्मीपापा से भी गलत तरीके से व्यवहार करता है. उस के इस व्यवहार से सभी दुखी हैं. उसे कैसे सुधारें? आप ही बताइए.
अधिकांश घरों में देखा जाता है कि छोटे भाई परिवार वालों के अधिक लाड़प्यार के चलते बिगड़ जाते हैं और वे परिवार वालों के लाड़प्यार को अपना अधिकार समझ कर वे अपनी मनचाही बातें पूरी करवाते हैं और उद्दंड हो जाते हैं. अपने भाई को सुधारने के लिए आप कुछ दिन उस की हरकतों को नजरअंदाज करें. उसे न डांटें न दुलार करें, वह अपनेआप समझ जाएगा और सही राह पर आ जाएगा.
मैं एक प्राइवेट संस्थान में कार्यरत हूं. विवाह को 6 वर्ष हो चुके हैं.5 साल का एक बेटा है. मेरी समस्या यह है कि मैं अपने ही औफिस की एक लड़की से पिछले 2 साल से प्यार करता हूं. मैं न उस लड़की को छोड़ना चाहता हूं और न ही पत्नी से अलग रह सकता हूं. क्या हम तीनों एकसाथ रह सकते हैं?
आप की पत्नी और गर्लफ्रैंड के साथ इकट्ठे रहने की बात बिलकुल बेतुकी है. पत्नी के नजरिए से सोचें, क्या वह आप के सामने ऐसा प्रस्ताव रखेगी तो आप उसे स्वीकारेंगे? नहीं न, तो फिर आप भी पत्नी और गर्लफ्रैंड को एकसाथ रखने की बात को पूरी तरह अपने मन से निकाल दीजिए.
आप चाहें तो औफिस की लड़की के साथ दोस्ती रख सकते हैं. जब उस लड़की का कहीं और विवाह हो जाएगा तो वह भी सबकुछ भूल जाएगी. इसलिए अपने परिवार में पत्नी और बेटे के साथ सुखी जीवन बिताइए और औफिस की लड़की से केवल दोस्ताना व्यवहार रखिए. आप शायद यह नहीं जानते कि
दो नावों पर सवार व्यक्ति कभी पार नहीं उतर पाता.
मैं स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा हूं. मेरी दादी हमारे साथ ही रहती हैं. मैं उन से बहुत प्यार करती हूं. आजकल वे बीमार रहती हैं. डाक्टर कहते हैं कि अब वे ज्यादा दिन तक जीवित नहीं रहेंगी. दादी के साथ मेरा भावनात्मक लगाव है. मैं डरती हूं कि अगर मेरी दादी को कुछ हो गया तो मैं खुद को कैसे संभालूंगी. यह सोचसोच कर मैं परेशान रहती हूं. आप ही बताइए मैं आने वाली स्थिति के लिए खुद को कैसे समझाऊं?
यह बहुत अच्छी बात है कि आप का अपनी दादी से इतना अधिक लगाव है और आप का लगाव और प्यार इसी बात से दिखाई दे रहा है कि आप दादी से हमेशाहमेशा के लिए दूर होने की बात के बारे में सोच कर परेशान हो रही हैं. बहुत कम लोग होते हैं जो इस लगाव और प्यार को दर्शाते हैं.
जीवनमृत्यु एक प्रक्रिया है जिस का सामना हर किसी को करना होता है. दादी के चले जाने के बाद आप को भी दुख होगा, कुछ दिन परेशानी होगी लेकिन धीरेधीरे समय के साथ आप के जीवन में नई गतिविधियां, नई घटनाएं घटेंगी जो आप को इस दुखद घटना से उबरने में मदद करेंगी और समय के साथ सबकुछ ठीक हो जाएगा.

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