आम आदमी पार्टी के नेता और मंचीय कवि कुमार विश्वास राज्यसभा में जाना चाहते थे, लेकिन राजस्थान की आप इकाई ने एकाएक पार्टी से मांग कर डाली कि कुमार विश्वास को अजमेर से लोकसभा चुनाव लड़ाया जाए.

इस बाबत कई दमदार दलीलें भी राजस्थान के आप नेता दे चुके हैं कि कुमार विश्वास की ससुराल अजमेर में है और वे राजस्थान में 2 हजार से ज्यादा कवि सम्मेलनों में शिरकत कर चुके हैं इसलिए उन की जीत तय है. इस से पार्टी राजस्थान में मजबूत भी होगी.

बिलाशक इन दलीलों में दम है, जो ‘चढ़ जा विश्वास सूली पर’ जैसा उकसाने वाला संदेश दे रही हैं. अब फैसला अरविंद केजरीवाल ने कर दिया है कि उन्हें मंच और कवित्व छोड़ क कहीं नहीं जाना है.

हालांकि ससुराल का अजमेर में होना और 2 हजार कवि सम्मेलनों में कविताएं पढ़ना कतई जीत की गारंटी नहीं. वैसे अरविंद केजरीवाल ने उन्हें ‘शहीद’ तो कर ही दिया है.

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