भोपाल के जो लोग पहली बार मुंबई जाते हैं उन के मुंह से भोपाली भाषा में निकल ही जाता है कि अमा खां, यहां तो अपने तालाब से भी बड़ा तालाब है यानी समुद्र. दरअसल, तुलना करने का हरेक का अपना पैमाना होता है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अमेरिका गए तो कुछ बोलने की छटपटाहट में कह बैठे कि यहां से बेहतर तो हमारे एमपी की सड़कें हैं. बस, इतना कहना भर था कि सूबे की सड़कों की चीरफाड़ आम और खास लोगों ने करते शिवराज का इतना और ऐसा मजाक बना डाला कि उन का बोलना दूभर हो गया.

लोगों ने झूठा फख्र बदहाल सड़कों पर न करते सड़कों की सचाई वायरल की तो विदिशा के शेरपुरा महल्ले को भी नहीं बख्शा, जहां शिवराज सिंह का घर है.

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