मैं पत्नी के साथ लंदन गया था. हम वहां के मशहूर हाइड पार्क के पास वैस्टमिंस्टर होटल में रुके थे. एक दिन नाश्ता कर लंदन घूमने निकले. हम ने होटल से ही लंदन की ‘बिग बस’ का टिकट ले रखा था. यह बस सैलानियों के लिए बहुत सुविधाजनक और लोकप्रिय है. होटल से थोड़ी दूर पर बस स्टौप था, सो हम पैदल ही चल पड़े. कुछ ही देर में एक शानदार कार हमारे बगल में आ कर रुकी. उस में से एक लंबाचौड़ा व्यक्ति निकल कर हमारे पास आया. वह बहुत ही कीमती सूटबूट और टाई में था और देखने में प्रभावशाली व्यक्तित्व वाला कोई धनी लगता था. हमारे नजदीक आ कर अंगरेजी में बोला, ‘‘आप भारतीय हैं और सोनिया गांधी भी वहीं रहती हैं. वो इटली की रहने वाली हैं और मैं यहां इटली से हूं. एक व्यापारिक प्रदर्शनी में अपने उत्पाद ले कर लंदन आया था. मेरे पास कुछ आइटम बच गए हैं जिन्हें मुझे बेचना है.’’

हमें उस में कोई रुचि नहीं थी, सो हम उस को ‘थैंक्स और बाय’ कर आगे बढ़ने लगे. पर उस ने तुरंत ही कार की डिक्की खोल कर उस में रखे सामान की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘देखिए मैडम, इस में इतने सारी ऊनी जैकेट्स हैं आप दोनों के लायक. वैसे तो बाजार में इन की कीमत काफी ज्यादा है, पर मैं आप को सस्ते में दे दूंगा. मैं कल रात जुए में काफी पैसा हार चुका हूं और मेरे पास कार में पैट्रोल भराने के भी पैसे नहीं हैं.’’ जैकेट्स तो देखने में सुंदर और कीमती लग रही थीं पर तब जुलाई का महीना था और लंदन में उन दिनों गरमी चरम पर थी. हमें यह भी कुछ अटपटा लग रहा था कि सड़क पर इतने सारे लोग तो हैं, सब को छोड़ कर यह हमारे पीछे ही क्यों पड़ा है. मेरी पत्नी ने मुझ से कहा कि बेहतर है इस से पिंड छुड़ाओ और आगे चलो. ‘हमें जैकेट्स नहीं चाहिए,’ बोल कर हम आगे बढ़ गए. इस पर भी वह हमारा पीछा नहीं छोड़ रहा था. फिर निकट आ कर मोलभाव करने लगा और 5 सौ पाउंड से शुरू हो कर 20 पाउंड तक आ गया. पर हम ने फिर भी कोई रुचि नहीं दिखाई और हम अपने बस स्टौप की ओर बढ़ने लगे. फिर क्या था, वह सूटेडबूटेड जैंटलमैन दिखने वाला अंगरेज या इटैलियन जो भी रहा हो, हम लोगों पर अंगरेजी शब्दकोष की सारी भद्दी गालियों की बौछार करता हुआ अपनी कार में जा बैठा.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...