उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अब खैरात बांटना बंद कर दिया है. उत्तर प्रदेश के 2014-15 के बजट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि मुफ्त लैपटौप बांटे जाएं, यहां तक कि बेरोजगारी भत्ता भी बंद कर दिया गया है. अब साड़ी, कंबल भी सपा सरकार नहीं बांटेगी. इसे लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार का बदला कह लें या मतदाताओं की बेवफाई से उपजा ज्ञान मान लें. मुफ्त के माल पर अखिलेश का दिल बेरहम हो उठा है, जो जरूरी भी था क्योंकि ये चीजें और सहूलियतें चंद लोगों को ही मिल रही थीं. उम्मीद है कि इस बचत को बुनियादी जरूरतों के लिए लगाया जाएगा, जिस से सभी को फायदा हो.

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