एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) ने 1295 ब्रांच के IFSC कोड बदल लिए हैं. इस बदलाव के बाद औनलाइन फंड ट्रांसफर करने के लिए आपके पास नया IFSC कोड होना जरूरी है. जिसके बिना आपको दिक्कत हो सकती है. दरसअल एसबीआई के 5 सहयोगी बैंकों का इसमें विलय होने के बाद बैंक ने यह बड़ा बदलाव किया है.

दुनिया का 53वां बड़ा बैंक है एसबीआई

एसबीआई एसेट्स के मामले में दुनिया के टौप बैंकों में 53वें पायदान पर है. 30 जून, 2018 तक बैंक की कुल एसेट्स लगभग 33.45 लाख करोड़ रुपए थी. डिपौजिट्स, अडवांसेस, कस्टमर एक्विजिशन और बैंकिंग आउटलेट्स के मामले में एसबीआई भारत का सबसे बड़ा बैंक है और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के अंत तक उसकी देश भर में 22,428 शाखाएं थीं. डिपौजिट्स में बैंक का भारत में 22.84 फीसदी और एडवांसेस 19.92 फीसदी मार्केट शेयर है.

रातों रात बदली 3.25 करोड़ कस्टमर्स की बैंक ब्रांच

एसबीआई के इस फैसले के चलते करीब 3.25 करोड़ कस्टमर्स की रातों रात अब बैंक ब्रांच बदल चुकी है. दरअसल इन सभी 6 बैंकों का कस्टमर बेस करीब 3.25 करोड़ था. ब्रांच का IFSC कोड और नाम बदलने के बाद ये सभी कस्टमर इस बदलाव की इसकी जद में आएंगे. इसकी पूरी लिस्ट जारी कर दी गई है. बता दें कि मर्जर से पहले एसबीआई का कुल कस्टमर बेस करीब 33.25 करोड़ (2016-17 की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक) था. वहीं इस मर्जर के बाद उसका कस्टमर बेस बढ़कर 37 करोड़ हो गया था.

आपकी शाखा इस सूची में शामिल है कि नहीं : पता करने का प्रक्रिया

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