दुनिया के सब से अमीर लोगों में शुमार ‘वारेन बफे’ को कौन नहीं जानता? वे न केवल शेयर मार्केट के बादशाह हैं बल्कि दुनिया के सब से बड़े दानी भी हैं. उन्होंने जीवन में कमाई हुई अधिकतर संपत्ति दान कर दी है. बचपन से ही उन्हें पैसे कमाने की इतनी ललक थी कि वे साइकिल से रोज सुबह अखबार बेचने जाते थे. जब वे केवल 15 वर्ष के थे तब वे अखबार बांट कर 175 डौलर हर महीने कमाते थे और उन पैसों को निवेश में लगा देते थे. इस प्रकार कालेज की पढ़ाई पूरी होने से पहले उन्होंने 90 हजार डौलर कमा लिए थे. इस के बाद उन्होंने अपना मल्टी बिलियन डौलर का साम्राज्य खड़ा किया था.

ठीक इसी तरह क्या आप सोच सकते हैं कि बचपन में दूध बेचने वाला और होटल में वेटर का काम करने वाला व्यक्ति लाखों लोगों को नौकरी पर रख सकता है, किसी इंडस्ट्री को पूरी तरह बदल सकता है. वह दुनिया की सब से बड़ी कंपनी बना सकता है और खुद बन सकता है अमेरिका का रिचैस्ट मैन. यहां हम बात कर रहे हैं दुनिया की सब से बड़ी रिटेल कंपनी ‘वालमार्ट’ के संस्थापक सैम वेल्टन की, जिन्हें मौडर्न रिटेल का जनक भी कहा जाता है. वे 1982 से 1988 तक अमेरिका के सब से अमीर व्यक्ति थे. आज भी वालमार्ट हमेशा टौप 10 कंपनीज में रहती है और अरबों डौलर का व्यापार करती है. यह सब संभव हुआ सैम वेल्टन के मजबूत इरादों और पैसा कमाने की ललक की वजह से.

इसलिए किशोरों को चाहिए कि ऐसे प्रेरक व्यक्तियों से सीख लें व पैसे को दांत से पकड़ें यानी पैसा कमाने का कोई भी अवसर हाथ से न जाने दें. आइए जानें कैसे :

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