रेल मंत्रालय ने ट्रेनों में किसी भी रिजर्वेशन क्लास के यात्री के पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड के डिजिटल ड्राफ्ट ‘एम-आधार’ को भी स्वीकार करने का फैसला किया है. रेल मंत्रालय ने कहा है कि यात्री चाहें तो अपने मोबाइल में ‘एम-आधार’ के जरिए भी सफर में आईडी दिखाने की फार्मेलिटी को पूरी कर सकते हैं. अब आपको सफर के दौरान आईडी (व्यक्ति पहचान पत्र) को साथ रखने की जरूरत नहीं है. आपके पास अपना मोबाइल तो रहता ही है, बस सफर के दौरान वही आपके आईडी की तरह काम करेगा.

गौरतलब है कि आज ही वित्त मंत्री ने कहा है कि उन्हें भरोसा है कि आधार से जुड़ा कानून पूरी तरह से संवैधानिक होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली केंद्र सरकार उस समय आधार की असल ताकत और उपयोगिता नहीं समझ पाई थी, जिस समय उसे लान्च किया गया था. तकनीकी रूप से आधार की तारीफ करते हुए जेटली ने कहा कि इसे कानूनी रूप से सशक्त बनाया जाना चाहिए था.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह जानकारी दी है कि सरकारी काम से लेकर टैक्स फाइल करने तक के लिए अब आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है. लेकिन कई लोग अभी भी ऐसे हैं जिनके पास आधार कार्ड नहीं है. ऐसे में वे सरकार के रुख को देखते हुए आधार कार्ड बनवा रहे हैं.

वहीं जिनके पास पहले से आधार है वे सरकार के हर नए आदेश के साथ उसे जरूरी दस्तावेजों के साथ लिंक करवा रहे हैं. लेकिन इस सब के बीच कहीं आप ठग तो नहीं लिए गए. कहीं आपने भी तो आधार पाने के लिए एनरोलमेंट सेंटर वाले को पैसे नहीं दिए? क्योंकि अगर आपने ऐसा किया है तो इसका मतलब ये है कि आप भी सेंटर वालों के जरिए ठग लिए गए हैं.

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