दीवाली के मौके पर लोग सोने चांदी के सिक्के सहित आभूषण आदि की खरीददारी करना पसंद करते हैं, क्योंकि इसमें लगाया गया पैसा वक्त बेवक्त किसी न किसी रूप में काम आ सकता है.

अगर इस दीवाली आप चांदी का कोई सामान खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आप चांदी की शुद्धता की जांच जरूर कर लें. कहीं ऐसा न हो कि जल्दबाजी में आप चांदी की जगह किसी और धातु का सामान ले आएं. चांदी की शुद्धता जांचने के कई पारंपारिक और नए तरीके हैं. हम आपको ऐसे ही कुछ तरीकों के बारे में बता रहे हैं.

देखें शुद्धता की स्टैम्प

सोने की तरह चांदी की भी हौलमार्किंग होती है. लेकिन सोने में जहां शुद्धता के लिए कैरेट बताया जाता है, वहीं चांदी में शुद्धता के लिए फीसदी को आधार माना जाता है. चांदी के बार पर शुद्धता लिखी होती है. जैसे 99.9 फीसदी या 95 फीसदी.

खनक पर दें ध्यान

असली और नकली सिक्कों की पहचान उसकी खनक से भी की जाती है. धातु पर असली चांदी का सिक्का गिराने पर भारी आवाज आती है, जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह खनकता है. प्राचीन और विक्टोरियन सिक्के गोल व घिसे रहते हैं, जबकि नकली सिक्कों के किनारे कोर खुरदुरी रहती है.

मैग्नेट टेस्ट

सिल्वर मैग्नेटिक धातु नहीं होती. इस टेस्ट के लिए आपको सामान्य से ज्यादा पावर वाले मैग्नेट की जरूरत होगी, जो आपको हार्डवेयर की दुकान से मिल जाएगा. नकली चांदी मैग्नेट की ओर अट्रैक्ट होगा. जबकि असली सिल्वर मैग्नेट की ओर अट्रैक्ट नहीं होता है.

थर्मल कंडक्टिविटी टेस्ट

चांदी थर्मल एनर्जी की सबसे अच्छी सुचालक होती है. चांदी असली है या नकली, इसके लिए आप एक बर्फ का टुकड़ा चांदी पर रखें. किसी दूसरे धातु के मुकाबले चांदी पर रखी बर्फ ज्यादा तेजी से पिघलेगी, क्योंकि थर्मल एनर्जी तेजी से बर्फ में ट्रांसफर होती है.

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