दुनिया की सबसे बड़ी खुदरा कंपनी वौलमार्ट औनलाइन शौपिंग साइट फ्लिपकार्ट पर अपनी हिस्सेदारी बनाने पर विचार कर रही है. वौलमार्ट स्टोर्स इंक की भारतीय ई-कौमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में 15 से 20 फीसदी तक की हिस्सेदारी हो सकती है. इसके लिए वौलमार्ट और फ्लिपकार्ट के अधिकारियों की मीटिंग भी की हो चुकी है. दरअसल, सूत्रों के मुताबिक वालमार्ट के वैश्विक सीईओ डाग मैकमिलन हाल ही में भारत आएं थे और अपनी इस यात्रा के दौरान वे फ्लिपकार्ट के बेंगलुरु कार्यालय भी गए थे.

फ्लिपकार्ट के प्रवक्ता ने इस बारे में कोई टिप्पणी से इनकार किया. वौलमार्ट इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, वौलमार्ट के लिए भारत एक प्राथमिकता वाला बाजार है. हमारे वैश्विक सीईओ मैकमिलन यहां कारोबार की समीक्षा के लिए आए थे. उन्होंने कहा कि कंपनी भारतीय बाजार को लेकर प्रतिबद्ध है, लेकिन बाजार की अटकलों पर टिप्पणी से इनकार किया.

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक वौलमार्ट फ्लिपकार्ट में 1 अरब डौलर तक निवेश करने पर विचार कर रही है. अगर वौलमार्ट फ्लिपकार्ट के साथ यह साझेदारी करती है तो उसे भारत के ई-कौमर्स बिजनेस में अपनी नींव डालने का मौका मिलेगा. जिस तरह से भारत में ई-कौमर्स बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है ऐसे मे वौलमार्ट के लिए यह अच्छा अवसर है. वहीं फ्लिपकार्ट को न सिर्फ वित्तीय मजबूती में मदद मिलेगी बल्कि वह आपूर्ति शृंखला भी मजबूत कर पाएगी और खरीद आदि में भी उसे मदद मिलेगी.

सौफ्टबैंक जैसे बड़े कौरपोरेट से निवेश व संभावित तौर पर वौलमार्ट से निवेश मिलने से फ्लिपकार्ट को अमेरिकी कंपनी एमेजौन से जूझने में मदद मिलेगी. एमेजौन व फ्लिपकार्ट भारतीय बाजार में अक्रामकता के साथ अपनी मौजूदगी बढ़ा रही हैं और यहां परिचालन में अरबों डौलर झोंक रही हैं.

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