भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम रिकौर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के करीब है. अभी तक दिल्ली में पेट्रोल चार महीने के उच्चतम स्तर पर है तो वहीं डीजल रिकौर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुका है. आज के भाव के मुताबिक पेट्रोल 74.02 रुपए प्रति लीटर और डीजल 64.89 रुपए प्रति लीटर पर बिक रहा है. पेट्रोल और डीजल के दाम रिकौर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बीच खाड़ी देशों के तेल निर्यातक संगठन ओपेक और रूस ने उत्पादन में और कटौती का फैसला किया है. इससे अगले कुछ महीनों में तेल के दाम और बढ़ने की आशंका है.

कच्चे तेल में आया उछाल

आपको बता दें, वर्ष 2017 में कच्चे तेल का औसत दाम 47.56 डौलर प्रति बैरल था, जो अप्रैल 2018 में बढ़कर 76.60 डौलर प्रति बैरल हो गया है. तेल मंत्रालय की पेट्रोलियम योजना एवं विश्लेषण शाखा के अनुसार, कच्चे तेल का औसत दाम एक माह में 63.80 डौलर से 76.84 डौलर प्रति बैरल के साथ 13 डौलर बढ़ चुका है.

क्रूड उत्पादन में होगी 2% की कटौती

सबसे बड़े तेल उत्पादक रूस और ओपेक ने कच्चे तेल के रोजाना उत्पादन में करीब दो फीसदी की कटौती का फैसला किया है. विशेषज्ञों का कहना है कि व्यापार युद्ध और कोरियाई देशों में तनाव कम होने से भी कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा हो सकता है. अगर कच्चा तेल महंगा होता है तो पेट्रोल-डीजल के भाव में भी तेजी आएगी.

90 डौलर पहुंच सकता है दाम

तेल क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी शेल क्षेत्र में उत्पादन बढ़ने से थोड़ी राहत है. लेकिन, दाम 90 डौलर प्रति बैरल तक पहुंच सकते हैं. जुलाई 2009 में कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय दाम 147 डौलर प्रति बैरल पर थे. इससे केंद्र और राज्य सरकारों पर पेट्रोल-डीजल पर टैक्स में कटौती का दबाव बढ़ गया है.

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