अटल पेंशन योजना केंद्र सरकार की एक अहम योजनाओं में से एक है जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साल 2015 में की गई थी. यह पेंशन योजना मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र के लोगों और ऐसे निवेशकों पर केंद्रित है जिनकी निवेश करने की क्षमता बेहद कम होती है. इस योजना का लाभ उन परिवारवालों को सबसे ज्यादा होगा जिनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं हैं या वो वृद्ध आश्रम में रहे हैं.

कोई भी इस पेंशन प्लान की शुरुआत 18 वर्ष से लेकर 40 वर्ष के बीच कर सकता है. इस दौरान किए गए निवेश पर वो 60 वर्ष की उम्र में 1000 से 5000 तक की मासिक पेंशन सुनिश्चित करवा सकता है. हालांकि इस पर मिलने वाला रिटर्न योगदानकर्ता (सब्सक्राइबर) के योगदान और योगदानकर्ता की ओर से कब इस योजना की शुरूआत की गई है इस पर निर्भर करता है.

इस तरीके से करें 24,000 रुपये की सालाना पेंशन: अटल पेंशन योजना के अंतर्गत सब्सक्राइबर अपने योगदान के लिए मासिक, तिमाही या फिर छमाही आधार के विकल्प को चुन सकता है. ऐसे में अगर आप 84 रुपये का मासिक योगदान भी देते हैं तो 60 वर्ष की उम्र तक आप 2000 रुपये की प्रतिमाह पेंशन सुनिश्चित करवा सकते हैं. वहीं अगर आपका निवेश 42 सालों तक हुआ है, यानी आपने 18 वर्ष की उम्र से ही इस योजना को शुरू करवा दिया था तो आपको 60 वर्ष की उम्र के बाद 24,000 रुपये की सालाना पेंशन मिलने लग जाएगी. वहीं अगर आपने 18 साल की उम्र से 210 रुपये के मासिक योगदान से शुरुआत की है तो 42 वर्षों बाद आपको 5,000 रुपये की पेंशन मिलने लगेगी. यह जानकारी एनएसडीएल की वेबसाइट पर उपलब्ध है.

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