त्योहारों के मौसम में बैंक और वित्तीय संस्थान तरह-तरह के लुभावने लोन के आफर्स देकर अपना बिजनस बढ़ाने का प्रयास करती है इसलिए आपको पूरी पड़ताल करने, सवाल पूछने और उसे समझने के बाद ही किसी आफर के लिए हामी भरनी चाहिए. जानें, आफर्स को लेकर किन बातों का रखना चाहिए ख्याल.

कुछ बैंक प्रोसेसिंग फीस या तो माफ कर रहे हैं या फिर लोन पर डिस्काउंट दे रहे हैं. जैसे एसबीआई और बैंक आफ महाराष्ट्र ने 31 दिसंबर 2017 तक अपने सभी कार और होम लोन पर प्रोसेसिंग फीस माफ कर दी है. इनकी फीस आमतौर पर लोन का एक तय फीसदी हिस्सा या एक फिक्स्ड अमाउंट होती है. इसका मतलब है कि अगर आप 30 लाख रुपये का होम लोन ले रहे हैं तो आप प्रोसेसिंग फीस के तौर पर जीएसटी मिलाकर 10,620 रुपये की बचत कर लेंगे. यह आफर आकर्षक जान पड़ता है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है. आप दूसरी फीस को मत भूलिए, जिसमें लीगल और टेक्निकल फीस शामिल हैं. जिसकी फीस 12,000 रुपये तक हो सकती हैं. इस तरह से लोन का खर्च और बढ़ जाता है.

चुकाई गई हर ईएमआई पर 1 फीसदी कैशबैक. यह काफी आकर्षक लगता है? आईसीआईसीआई बैंक का आफर है, जिसमें 36वीं ईएमआई के बाद आपको पहला कैशबैक मिलता है और इसके बाद हर 12वीं ईएमआई के बाद यह कैशबैक आपको दिया जाता है. इसमें मिनिमम लोन टेन्योर 15 साल है और अधिकतम 30 साल. कैशबैक या तो सीधे आपके बैंक अकाउंट में आ सकता है, या फिर इसे आप अपने बकाया मूलधन से कटवा सकते हैं. बाद वाला विकल्प ज्यादा अच्छा है क्योंकि इससे आपका मूलधन भी घटता है और इंटरेस्ट भी.

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