युद्ध पर केंद्रित फिल्में बनाने में महारत रखने वाले फिल्मकार जे पी दत्ता इस बार पाकिस्तान की बजाय भारत व चीन सीमा पर हुए 1965 के युद्ध पर फिल्म ‘‘पलटन’’ लेकर आए हैं. जे पी दत्ता का दावा है कि उन्होंने यह फिल्म सिक्किम सीमा पर स्थित नाथू ला दर्रे के उस घटनाक्रम पर बनायी है, जो कि इतिहास के पन्नों में दर्ज नहीं है. इस तरह वह अपनी फिल्म के माध्यम से इतिहास में नया अध्याय जोड़ने का काम कर रहे हैं.

फिल्म की कहानी 1965 के नाथू ला पास दर्रे की है. जब चीनी सेना की भारतीय सेना के साथ छोटी सी झड़प हुई थी, पर भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सेना के छक्के छुड़ा दिए थे.

जे पी दत्ता ने फिल्म को वास्तविक लोकेशन पर जाकर फिल्माया है. कास्ट्यूम आदि पर काफी मेहनत की है. मगर पटकथा के स्तर पर इस बार वह काफी चूके हैं, जबरन ठूंसी गयी आधी अधूरी अतीत की  कहानियों के चलते फिल्म बोझिल होने के साथ साथ काफी लंबी खिंच गयी है. फिल्म में इमोशन की कमी है. जिन लोगों को युद्ध के दृश्य व एक्शन देखने का शौक है या जिन्हे तकरार देखना पसंद है, उन्हे यह फिल्म ठीक लग सकती है. सिद्धांत कपूर के पास करने को कुछ था ही नहीं.

जहां तक अभिनय का सवाल है, तो सोनाक्षी सिन्हा के भाई  लव सिन्हा सर्वाधिक निराश करते हैं. जैकी श्राफ, अर्जुन रामपाल व सोनू सूद ने ठीक ठाक अभिनय किया है.

दो घंटे 34 मिनट की अवधि वाली फिल्म ‘‘पलटन’’ के निर्माता, लेखक व निर्देशक जे पी दत्ता हैं. संगीतकार अनु मलिक, कैमरामैन शैलेष ए बी अवस्थी और निगम बोमजान तथा कलाकार हैं-जैकी श्राफ, अर्जुन रामपाल, सोनू सूद, गुरमीत चौधरी, लव सिन्हा, अभिलाष चौधरी, नागेंद्र चौधरी, ईशा गुप्ता, सोनल चौहान, दीपिका कर व अन्य.

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