शशि कपूर के निधन से प्रसिद्ध गीतकार गोपाल दास नीरज बेहद आहत हैं. नीरज ने शशि कपूर के साथ कन्यादान, पतंगा, शर्मीली सहित कई सुपरहिट फिल्मों में काम करते हुए उनके लिए कई गीत लिखे थे, जो कि आज भी काफी लोकप्रिय हैं.

शशि कपूर के निधन पर खुद गोपालदास नीरज कहते हैं-‘‘शशि कपूर के निधन के साथ ही राज कपूर, शम्मी कपूर और शशि कपूर वाला वह युग भी समाप्त हो गया जो कभी भारतीय फिल्मों का स्वर्णिम काल था.’’

फिल्म ‘‘कन्यादान’’ के गीत ‘‘लिखे जो खत तुझे वो तेरी याद में हजारों रंग के नजारे बन गए’’ की चर्चा करते हुए गीतकार गोपालदास नीरज कहते हैं-‘‘फिल्म ‘कन्यादान’ में शशि कपूर पर फिल्माए गए गीत ‘लिखे जो खत तुझे को मैने सिर्फ छह मिनट में लिख दिया था.'

इससे खुश होकर फिल्म के निर्माता राजेंद्र भाटिया ने अपनी कनवटिग्क्ल कार मुझे उपहार में दी थी. इसी कार का प्रयोग फिल्म में इस गीत के फिल्मांकन के दौरान हुआ. मैने ‘शर्मीली’ के भी सभी गीत लिखे. इस फिल्म का शीर्ष गीत ‘खिले हैं गुल यहां खिल के बिखरने.’ को आज भी याद किया जाता है.’’

गोपालदास नीरज आगे कहते हैं-‘‘जब तक मैं मुंबई रहा, तब तक अक्सर शशि कपूर से मेरी मुलाकात हो जाया करती थी. वह हमेशा प्रसन्नचित दिखाई देते थे. ऐसा लगता था जीवन शशि कपूर के पास आकर यौवन पाता है. शशिकपूर की एक और फिल्म ‘पतंगा’ के लिए गीत ‘झूके गा यूंआ आज मेरे दिल में रात यूं गुजरे सुबह न आए’ लिखा जो बहुत हिट हुआ.’’

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