सिनेमा जगत में डिजिटल प्लेटफार्म के बढ़ते प्रभाव के साथ नई उभरती प्रतिभाओं और छोटे फिल्मकारों की उम्मीदें जगी थी कि वह सिनेमा में कुछ बेहतर रचनात्मक काम कर सकेंगे. इसी सोच के साथ नई प्रतिभाआें व छोटे फिल्मकारों ने डिजिटल प्लेटफार्म के लिए लघु फिल्में बनानी शुरू की थीं और फिर वह फीचर फिल्में बनाने का सपना चाहते थे.

मगर इन्हें पता ही नहीं चला और दिग्गज फिल्मकारों ने डिजिटल प्लेटफार्म के ‘नेटफिलक्स’ के साथ मिलकर अपनी खिचड़ी पका ली. जी हां! शुक्रवार की सुबह जब ‘नेटफ्लिक्स’ ने घोषणा की कि आठ भारतीय फिल्मकारों की फिल्में वह अपने प्लेटफार्म पर प्रसारित करने वाले हैं, तो छोटे फिल्मकारों के साथ साथ उभरती प्रतिभाओं की उम्मीदों पर तुषारापात हो गया.

‘‘नेटफ्लिक्स’’ ने शुक्रवार की सुबह घोषणा की है कि वह आठ भारतीय फिल्मकारों की फिल्में प्रसारित करने वाले हैं. ‘‘नेटफ्लिक्स’’ के कंटेट एक्जक्यूटिव सिमरन सेठी के अनुसार ‘नेटफिल्क्स’ पर लीना यादव की फिल्म ‘‘राजमा चावल’’ के अलावा ‘‘फायरब्रांड’’, ‘‘15 अगस्त’’ और ‘‘म्यूजिक टीचर’’ प्रसारित होने वाली हैं. जबकि ‘‘नेटफ्लिक्स’ पर अलग वर्ष देव पटेल की फिल्म ‘‘होटल मुंबई’’ के अलावा ‘‘चौपस्टिक्स’’, ‘‘बुलबुल’’, ‘‘अपस्टार्ट’’ और ‘‘कोबाल्ट ब्लू’ आएंगी.

अगले वर्ष ‘‘नेटफ्लिक्स’’ पर 17 मौलिक फिल्में प्रसारित होंगी, जिसमें से नौ मौलिक फिल्में भारतीय हैं. यह फिल्में खासतौर पर ‘‘नेटफ्लिक्स’’ के लिए बन रही हैं.

‘‘नेटफ्लिक्स’’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रीड हौस्टिंग कहते हैं - ‘‘हम कहानियों पर पैसा खर्च करते हैं और हमने पूरे विश्व से कुछ सर्वश्रेष्ठ कहानियों का चयनकर लोगों से उन पर फिल्म बनाने के लिए कहा है. हम पूरे एशिया में भारत, कोरिया, जापान, सिंगापुर, इंडोनेशिया के सर्वश्रेष्ठ कहानी कहने वालों को चयनित किया है. जब हम कहानियां सुनाते हैं, तो रिश्ते बनते हैं.’’

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