बौलीवुड में नेपोटिज्म यानी परिवारवाद को लेकर काफी लंबे समय से बहस चली आ रही है. इस बहस पर कंगना रनोट और करण जौहर समेत वरुण धवन, सैफ अली खान जैसे कई सितारे अपनी बात रख चुके हैं.
ऐसे में अपने चैट शो 'काफी विद करण' में कंगना रनोट द्वारा खुद के लिए नेपोटिज्म जैसा टैग पाने वाले करण जौहर ने एक बार फिर खुद के साथ-साथ कई और सितारों को भी इस बहस से जोड़ लिया है, और ऐसा उन्होंने मुंबई में अपनी फिल्म 'इत्तेफाक' के प्रमोशन इवेंट के दौरान किया है.
इस फिल्म के प्रमोशनल इवेंट के दौरान करण जौहर ने कहा, मैं आज आप सबसे यह कहना चाहता हूं कि इस मंच पर परिवारवाद के ब्रांड एम्बेस्डर यानी दिग्गज एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी सोनाक्षी सिन्हा, विनोद खन्ना के बेटे अक्षय खन्ना, दिवंगत फिल्ममेकर रवि चोपड़ा के बेटे अभय और कपिल चोपड़ा मौजूद हैं. हमारे साथ परिवारवाद से दूर सितारें यानी शाहरुख खान और सिद्धार्थ मल्होत्रा भी मौजूद हैं. यहां इस मंच पर हम सबका एक साथ खड़े होना आप सभी के समक्ष यह साफ करता है कि यहां पर हमसब कि किस हद तक बराबरी है.
आपको बताते चलें कि 'इत्तेफाक' यश चोपड़ा की साल 1969 में आयी कल्ट क्लासिक ‘इत्तेफाक’ की रीमेक है.जो कि शाहरुख के रेड चिलीज एंटरटेंमेंट और करण की धर्मा प्रोडक्शन द्वारा सह-निर्मित फिल्म है. इसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा, सोनाक्षी सिन्हा और अक्षय खन्ना जैसे सितारे प्रमुख भूमिकाओं में हैं.
फिल्म 'इत्तेफाक' से पहले शाहरुख खान और करण जौहर एक साथ काम कर चुके हैं. इससे पहले वह फिल्म 'कभी खुशी कभी गम', 'कल हो ना हो', 'कभी अलविदा ना कहना', 'माई नेम इज खान', 'स्टूडेंट आफ द ईयर' और 'डियर जिंदगी' जैसी कई फिल्मों में साथ काम कर चुके हैं. बता दें कि इनमें से कुछ फिल्मों में शाहरुख ने अभिनय किया है जबकि कुछ फिल्मों के प्रोडक्शन की जिम्मेदारी संभाली है.