फिल्में समाज का आईना होती हैं और इसी को चरितार्थ करते हुए बौलीवुड में तकरीबन हर विषय पर फिल्में बनी हैं और अधिकतर पर गाने भी लिखे और फिल्माए गए हैं. गुरु-शिष्य के अनूठे रिश्ते को लेकर बौलीवुड में ऐसी तमाम फिल्में बनी हैं जिन्होंने दर्शकों का दिल जीता है. अब चाहे वायलेन बजाता टीचर 'राज' हो या फिर अपने स्‍टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए किसी भी हद तक जाता 'प्रभाकर आनंद', फिल्‍मों के इन टीचर्स ने सभी का दिल जीत लिया. चाहे फैशन का स्‍टाइल हो या फिर अपने स्‍टूडेंट्स के साथ स्‍पेशल कनेक्‍शन, इन फिल्‍मों ने टीचर्स के कई चेहरों को सामने रखा.

आज हम आपको ऐसी ही कुछ गानों के बारे में बताने जा रहे हैं जो गुरु-शिष्य के रिश्ते को चरितार्थ करते हैं.

तू धूप है छम से बिखर..

आमिर खान स्टारर एक ऐसी फिल्म जिसने तमाम टीचर्स और स्टूडेंट्स को न सिर्फ भावुक कर दिया बल्कि सोचने के लिए एक नई दिशा दी. सन 2007 में आई आमिर खान की फिल्म तारे जमीन पर उस दशक की सबसे चर्चित फिल्मों में शामिल रही.

आओ बच्चों तुम्हें सिखाएं..

1954 में रिलीज हुई फिल्म जागृति का गाना आओ बच्चों तुम्हें सिखाए आज भी शिक्षक दिवस के मौके पर कई स्कूलों में बजाया जाता है. इस फिल्म को 1956 में फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया था.

अपनी तो पाठशाला मस्ती की पाठशाला..

2006 में रिलीज हुई मिस्टर परफेक्शनिस्ट यानि आमिर खान की फिल्म रंग दे बसंती का निर्देशन और प्रोडक्शन राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने संभाला था. फिल्म का गाना ‘अपनी तो पाठशआला, मस्ती की पाठशाला’ आज भी स्टूडेंट्स के पसंदीदा गानों की लिस्ट शामिल है.

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