कुछ रिश्ते खून से होते हैं लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो खून से नहीं बल्कि दिल से बनते हैं और इसी दिल के रिश्ते में एक रिश्ता होता है स्टार और फैन का.

इतिहास गवाह है कि एक स्टार जिस को उस का फैन दूरदूर तक नहीं जानता, वह उस से इतना प्यार करता है कि उस के लिए अपनी जान तक देने को भी तैयार हो जाता है. अपने प्यारे स्टार की एक झलक पाने के लिए वह उस के घर के बाहर घंटों खड़ा रहता है.

वैसे तो फैन और स्टार का रिश्ता बहुत पवित्र और निस्वार्थ है, लेकिन एक सच यह भी है कि यह रिश्ता भी तब तक ही चरम पर होता है जब तक कि वह स्टार लोकप्रिय है. जैसे ही उस की लोकप्रियता खत्म होती है वैसे ही फैन्स भी उस से दूरी बना लेते हैं.

कहने का तात्पर्य यह है कि फैन और स्टार का रिश्ता भी लोकप्रियता के आधार पर ही केंद्रित होता है.

इतिहास गवाह है कि जो सितारे लाखोंकरोड़ों फैन्स से घिरे रहते थे, उन्होंने गुमनामी की जिंदगी में अपना आखिरी समय गुजारा. फिर वे चाहे भगवान दादा हों या राजेश खन्ना या फिर परवीन बौबी ही क्यों न हों, आखिरी वक्त में इन के चाहने वाले इन से काफी दूर थे.

राजेश खन्ना के कैरियर में एक समय ऐसा था कि वे जहां से भी गुजरते थे वहां की धूलमिट्टी युवतियां माथे पर लगा लेती थीं. इतना ही नहीं, जब राजेश खन्ना की शादी डिंपल कापडि़या से हुई थी तब कई युवतियों ने अपनी चूडि़यां तोड़ डाली थीं और कइयों ने तो आत्महत्या करने की भी नाकाम कोशिश की थी.

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