प्रमुख आईटी कंपनी गूगल ने ‘टीजी’ (Tizi) नाम के एक ऐसे ऐप का पता लगाया है जो फेसबुक, वेहाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया ऐप के साथ-साथ फोन से जानकारियां चुराता है.
यह ऐप मोबाइल फोन के काल रिकार्ड से भी जानकारी चुरा लेता है और यह काम इतनी सफाई से करता है कि यूजर्स को भनक तक नहीं लगती. गूगल ने एक ब्लौग पोस्ट में इसका खुलासा किया है.
इसके अनुसार टीजी ऐप लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप से संवेदनशील डेटा चुराने के लिए फोन में स्पाइवेयर इंस्टाल कर देता है. गूगल प्ले प्रोटेक्ट सिक्यौरिटी की टीम को इस ऐप की जानकारी सितंबर 2017 में डिवाइस स्कैन के दौरान मिली.
कंपनी ने इस ऐप को प्ले स्टोर से हटा दिया और सभी प्रभावित डिवाइसों को इस बारे में सूचना भेजी. कंपनी ने इस ऐप के डेवेलपर के अकाउंट को सस्पेंड कर दिया है.
इसमें कहा गया है कि टीजी के पहले वाले वर्जन में रूटिंग कंपैबिलिटी नहीं थी लेकिन बाद में ये आईं और इसने डिवाइसेज से संवेदनशील सूचनाएं चुरानी शुरू कर दी.
अगर आपको जौब करना अच्छा नहीं लगता, बल्कि आप हमेशा पार्टियों के बारे में सोचते हैं या पार्टियां और्गनाइज करना चाहते हैं, लेकिन कमाई की चिंता में आप अपने इस शौक को पूरा नहीं कर पाते हैं तो परेशान न हों. अपने इस शौक को आप बिजनेस में बदल सकते हैं. पार्टियां और्गनाइज करना भी एक बिजनेस है, जिसे आप पैशन के साथ करें तो इसमें लाखों रुपए कमा सकते हैं. आज हम आपको इन बिजनेस और उनकी खूबियों के बारे में बताते हैं.
रोजाना और्गनाइज कर सकते हैं पार्टी
जिस बिजनेस आइडिया की हम बात कर रहे हैं, यदि वह चल निकले तो आप रोजाना पार्टी और्गनाइज कर सकते हैं. इस बिजनेस को इंवेंट मैनेजमेंट कहा जाता है. इंवेंट भी कई तरह के होते हैं. ऐसे में बस आपको अपने शौक या पसंद के मुताबिक इंवेंट का आइडिया सेलेक्ट करना है. उसके बारे में व्यवहारिक जानकारी लेने के बाद आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं.
कौरपोरेट हाउस के साथ मिलकर करें बिजनेस
अगर आप बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रोडक्ट्स के लौन्चिंग सेरेमनी का हिस्सा बनने की चाहत रखते हैं या सेमीनार-एग्जिबिशन जैसे इंवेंट को और्गनाइज कर सकते हैं तों आपके लिए बिजनेस का मौका है. बड़ी-बड़ी कंपनियां आए दिन तरह-तरह के इंवेंट कराती हैं. इनमें हाई लेवल मीटिंग, कौन्फ्रेंस, एग्जिबिशन, प्रोडक्ट लौन्च, इम्पलौयज के लिए फन एंड अम्यूजमेंट इंवेंट या सेमीनार का आयोजन करती रहती है.
शादी का जश्न या बर्थडे सेलिब्रेशन का हिस्सा बनें
अब शादी का आयोजन करने के लिए पूरे परिवार, नाते रिश्तेदार को महीने भर तक मेहनत करने की जरूरत नहीं रही. अब तो वर व वधू दोनों परिवारों को केवल अपनी खरीददारी करनी होती है विवाह वाले दिन वेन्यू पर पहुंच जाते हैं. सब कुछ तैयार मिलेगा. यह काम एक इंवेंट कंपनी करती है.
अगर आप को शादी विवाह की पार्टी का हिस्सा बनने का शौक है तो आप भी मैरिज प्लानर बन कर इंवेंट कंपनी के तौर पर अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं. जब शादी का काम न मिले तो आप बर्थडे सेलिब्रेशन हो या गृह प्रवेश या कोई भी सोशन फंक्शन, आप इन सब इंवेंट का कौन्ट्रेक्ट ले सकते हैं. इससे आपको 2 से 10 लाख रुपए तक की कमाई आसानी से हो सकती है.
सेलिब्रिटीज से मिलने के शौक को बनाएं बिजनेस
अगर आप फिल्मी हीरो-हिरोइन से मिलने का शौक है और उनके साथ समय बिताना चाहते हैं तो अपने इस शौक को बिजनेस में तब्दील कर सकते हैं. आप एक इंवेंट कंपनी बना कर अपने शहर या आसपास के इलाकों में सेलिब्रिटी शो का आयोजन कर सकते हैं. या शो करने वालों के कौन्ट्रेक्ट करके ऐसे आयोजन कर सकते हैं. इसके लिए आपको सेलिब्रिटीज से संपर्क करना होगा, जैसे-जैसे आपके कॉन्टेक्ट मजबूत होंगे, आपका बिजनेस बढ़ता जाएगा और एक इंवेंट पर आप 10 से 20 लाख रुपए तक बचा सकते हैं.
स्पोर्ट्स में इंटरेस्ट हो तो अपनाएं यह बिजनेस
अगर आप कोई ऐसा बिजनेस करना चाहते हैं, जिससे आप अपने फेवरेट खिलाड़ी से मिलते रहें तो आप अपने शहर में ऐसे इंवेंट का आयोजन कर सकते हैं, जो आपको इन खिलाड़ियों के नजदीक पहुंचा सकता है. ये खिलाड़ी सेलेब्स के तौर पर तो फंक्शन में शामिल होते ही हैं. साथ ही, आप कोई चैरिटेबल या कोई प्रतियोगी मैच करा कर इन खिलाडि़यों को बुलवा सकते हैं. इस एक इंवेंट में आप 1 से 10 लाख रुपए तक कमा सकते हैं.
मशहूर अदाकारा व पूर्व मिस इंडिया तनुश्री दत्ता की छोटी बहन इशिता दत्ता मुंबई के ‘इस्कौन’ मंदिर के सभाग्रह में अपने प्रेमी व अभिनेता वत्सल सेठ के साथ सात फेरे लेकर शादी के बंधन में बंध गयीं.
जमशेदपुर निवासी इशिता दत्ता ने सीरियल ‘‘एक घर बनाउंगा’’ में पूनम नाथ गर्ग का किरदार निभाते हुए अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा था. उसके बाद वह फिल्म ‘‘दृश्यम’’ में अजय देवगन की बेटी के किरदार में नजर आयीं. इसके अलावा वह कन्नड़ व तेलगू फिल्में भी कर चुकी हैं.
फिर 2016 में सीरियल ‘‘रिश्तों का सौदागर : बाजीगर’’ में इशिता ने वत्सल सेठ के साथ अभिनय किया था. इस सीरियल में इशिता ने अरूंधती त्रिवेदी और वत्सल सेठ ने आरव त्रिवेदी का किरदार निभाया था. इसी सीरियल के सेट पर दोनों के बीच डेटिंग की शुरुआत हुई थी, जिसने इन दोनों को पति पत्नी बना दिया. मगर वत्सल सेठ और इशिता दत्ता में से किसी ने भी अपनी डेटिंग की खबर को स्वीकार नहीं की थी.
इशिता दत्ता और वत्सल सेठ की शादी के अवसर पर इन्हें आशीर्वाद देने के लिए अजय देवगन, बौबी देओल, काजोल, तनूजा मुखर्जी, सोहेल खान सहित बौलीवुड और टीवी इंडस्ट्री से जुड़ी कई हस्तियां मौजूद थीं.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर जहीर खान और अभिनेत्री सागरिका घटके ने 23 नवंबर, 2017 को शादी कर ली. दोनों ने इसी साल सगाई की थी और फिर कोर्ट मैरिज कर एक-दूजे के हो गए. जहीर-सागरिका ने अपने रिश्तेदारों, दोस्तों के लिए रिसेप्शन रखा. इस रिसेप्शन पार्टी में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और उनकी गर्लफ्रेंड अनुष्का शर्मा समेत कई क्रिकेटर और बौलीवुड जगत की हस्तियां पहुंचीं.
सोशल मीडिया पर पार्टी के वीडियोज खूब देखे जा रहा हैं. विराट और अनुष्का इस पार्टी में जमकर थिरके और उनके साथ-साथ जहीर और सागरिका ने भी डांस किया. विराट कोहली और अनुष्का शर्मा का ‘अंग्रेजी बीट’ गाने पर डांस वायरल हो रहा है.
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अब एक और वीडियो सामने आया है जिसमें जहीर के साथी गेंदबाज आशीष नेहरा नाचते नजर आ रहे हैं.
नेहरा की शख्सियत ऐसी है कि उन्हें नाच-गाने से दूर रहने वाला इंसान समझा जाता है. मगर दोस्त की शादी हो तो नेहरा जी के कदम भी थिरकने से रुक नहीं पाए. लाल टोपी लगाए नेहरा पहले युवराज सिंह के साथ ताल पर ताल मिलाते नजर आ रहे हैं. उसके बाद उन्होंने दुल्हन को साथ लिया और उसके साथ थिरके.
भारत की विश्व विजेता टीम के सदस्य रहे आशीष नेहरा ने इसी महीने की 1 तारीख को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. 1999 में अजहरूद्दीन की कप्तानी में श्रीलंका के खिलाफ पदार्पण करने वाले नेहरा का करियर 18 साल लंबा रहा है. हालांकि वह टेस्ट क्रिकेट ज्यादा नहीं खेल पाए. उनके खाते में सिर्फ 17 टेस्ट मैच हैं जिसमें उन्होंने 44 विकेट लिए हैं. उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ 2004 में खेला था.
वनडे में नेहरा ने भारत के लिए 120 मैच खेले हैं और 157 विकेट लिए हैं. जिम्बाब्वे के खिलाफ 2001 में हरारे में अपना पहला मैच खेलने वाले नेहरा ने अपना आखिरी वनडे 2011 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 30 मार्च को खेला था.
भले ही तकनीक की वजह से हमारी बैंकिंग आसान हो गई है, लेकिन इसके बावजूद कई बार ग्राहकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई बार ऐसा देखा जाता है कि उपभोक्ता किसी एटीएम से पैसे निकालने का प्रयास करता है, उसके खाते से पैसे कट भी जाते हैं, लेकिन पैसे निकलते नहीं हैं. ऐसे में कस्टमर के पास इंतजार करने के अलावा कुछ नहीं होता. लेकिन, इससे जुड़ा नियम आपको बैंक से मुआवजा लेने का हकदार बनाता है. आरबीआई ने इस मामले में एक नियम बनाया हुआ है. नियम के मुताबिक, जितने दिन में पैसे आएंगे उतने दिन के हिसाब से बैंक आपको रोजाना मुआवजे के तौर पर 100 रुपए अतिरिक्त देगा.
क्या है उपाए
एक बैंक कस्टमर के तौर पर आपको अपना डेबिट कार्ड जारी करने वाले बैंक के पास इसकी शिकायत करनी चाहिए. आपका ट्रांजैक्शन चाहे अपने बैंक के एटीएम पर फेल हुआ हो या दूसरे बैंक के एटीएम पर, आप अपने बैंक से शिकायत कर अपना पैसा वापस मांग सकते हैं. साथ ही, उस पर मुआवजा भी ले सकते हैं.
क्या है आरबीआई का निर्देश
चूंकि यह पैसा आपको नहीं मिला, ऐसे में यह पैसा आपको वापस आपके अकाउंट में मिलना चाहिए. इसके लिए आरबीआई ने एक समय सीमा भी तय कर रखी है. मई 2011 में आरबीआई की ओर से जारी किए गए निर्देश के अनुसार, ऐसी शिकायत मिलने के सात कार्य दिवसों (वर्किंग डेज) के भीतर बैंक को उस कस्टमर के खाते में पैसे वापस कर देने होंगे. मई 2011 के इस निर्देश के पहले यह अवधि 12 दिन थी.
क्या करना होगा
बैंक से पेनल्टी पाने के लिए आपको ट्रांजैक्शन फेल के बाद 30 दिनों के भीतर शिकायत दर्ज करानी होगी.
आपको ट्रांजैक्शन की पर्ची या अकाउंट स्टेटमेंट के साथ अप नी शिकायत बैंक में दर्ज करानी होगी.
आपको बैंक के अधिकृत कर्मचारी को अपने एटीएम कार्ड का डिटेल बताना होगा.
अगर 7 दिनों के भीतर आपका पैसा वापस नहीं आता तो आपको एनेक्शर-5 फौर्म भरना होगा.
जिस दिन आप ये फौर्म भरेंगे आपकी पेनल्टी उसी दिन से चालू हो जाएगी.
पैसे वापसी के साथ जुर्माना भी
रिजर्व बैंक औफ इंडिया का स्पष्ट निर्देश हैं कि बैंकों को जुर्माने की रकम ग्राहक के खाते में खुद डालनी होगी. इसके लिए ग्राहक की ओर से दावा ठोकने की जरूरत नहीं होगी. खास बात यह है कि जिस दिन फेल्ड ट्रांजैक्शन के पैसे वापस होंगे. उसी दिन जुर्माने की रकम भी अकाउंट में डालनी होगी.
रुपए 100 रोजाना के हिसाब से जुर्माना
नियम के मुताबिक, अगर बैंक शिकायत करने के 7 दिन के भीतर भुगतान नहीं करता है तो हर दिन 100 रुपए के हिसाब से जुर्माना ग्राहक को देना होगा. अगर बैंक आपका पैसा समय पर वापस नहीं करता तो आप बैंक से जुर्माना वसूलने के हकदार हैं.
30 दिन में ही करनी होगी शिकायत
बैंक से पैसा या जुर्माना वसूलने का हक तभी आपको मिलेगा जब ट्रांजैक्शन के 30 दिन के भीतर शिकायत दर्ज की जाए. अगर ट्रांजैक्शन के फेल होने पर 30 दिन में शिकायत दर्ज नहीं कराते तो आप जुर्माना वसूलने के हकदार नहीं होंगे.
तुर्की में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय बोस्फोरस फिल्म महोत्सव में ईशान खट्टर को अपनी पहली फिल्म ‘बियौंड द क्लाउड्स’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से नवाजा गया है. अभिनेता ने इस पुरस्कार को अपनी मां व अभिनेत्री नीलिमा अजीम और ईरानी फिल्म निर्माता माजिद मजीदी को समर्पित किया.
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद ईशान ने कहा, “यह एक परम सम्मान है. मेरी मां दर्शकों में यहां मौजूद हैं. मैं अपने काम से जो कुछ कमाऊंगा वह हमेशा और सबसे पहले आपको समर्पित होगा. मुझे जीवन और कला का उपहार देने के लिए धन्यवाद. इस काम के लिए यह पुरस्कार माजिद मजीदी को जाता है. अत्यंत निपुण, अद्भुत, परिपूर्ण व्यक्ति जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मुझे इस फिल्म के जरिए अपना पहली मुख्य भूमिका दी.”
उन्होंने कहा, “धन्यवाद सर और मैं हमेशा आपका ऋणी बना रहूंगा. मैं इस फिल्म के कलाकारों और क्रू को धन्यवाद देता हूं हमने इसे एक साथ मिलकर किया है. मालविका मोहनन आप और मैं हमेशा इस अनुभव को साझा करेंगे और फिल्म निर्माता शरीन को धन्यवाद. आप सभी को धन्यवाद.”
एक बयान में बताया गया, मजीदी की पहली भारतीय फिल्म ‘बियौन्स द क्लाउड्स’ को इस्तांबुल में अंतर्राष्ट्रीय बोस्फोरस फिल्म महोत्सव में दिखाया गया था और यह अंतर्राष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में प्रतिस्पर्धा कर रही है. फिल्मकार करण जौहर ईशान की अगली फिल्म ‘धड़क’ का निर्माण कर रहे है, उन्होंने भी फिल्म की पूरी टीम को शुभकामनाएं दी. उन्होंने ट्वीट किया, “ईशान को सर्वश्रेष्ठ फिल्म अभिनेता का पुरस्कार जीतने की बहुत-बहुत बधाई. आप पर गर्व है.” ‘बियौंड द क्लाउड्स’ 2018 की शुरुआत में रिलीज होगी.
बता दें, इस वक्त गोवा में चल रहे भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की शुरुआत भी इसी फिल्म से की गई थी. 21 को शुरू हुए इस कार्यक्रम में सबसे पहले इसी फिल्म को दिखाया गया था.
भारी-भरकम गेम खेलने और ब्राउजिंग के दौरान सभी फोन थोड़े गर्म तो हो ही जाते हैं, लेकिन अगर आपका फोन बहुत ज्यादा गर्म हो रहा है तो समझ जाएं कि कोई समस्या है. वैसे पिछले कुछ समय से एंड्रायड फोन के गर्म होने की शिकायतें और ज्यादा गर्म होने की वजह से उसके फटने या ब्लास्ट होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ऐसे में यूजर्स के मन में सवाल उठता है कि उनके पास जो फोन है, वो कितना सुरक्षित है और कैसे ये पता लगाया जाए कि उनका स्मार्टफोन फट सकता है या उसमें आग लग सकती है. आपके मन में उठ रहे इन्हीं सब सवालों के जवाब आज हम आपको इस लेख के जरिये बताने की कोशिश करेंगे.
फोन औरबैटरी का जल्दी जल्दी गर्म होना
अगर आपके स्मार्टफोन की बैटरी बहुत जल्दी जल्दी गर्म हो रही है, तो उसे तुरंत बदलवा लें. वहीं अगर आपके फोन का बैक पैनल उभरा हुआ सा नजर आता है, तो उसका भी ध्यान रखें, क्योंकि इस स्थिति में बैटरी के फटने की सम्भावना सबसे ज्यादा होती है. फूली हुई बैटरी के साथ किसी भी तरह का छेड़छाड़ न करें, ये आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसी के साथ अगर आपका फोन जरा सी देर में ही गर्म हो जाता है तो उसे तुरंत सर्विस सेंटर पर ले जाएं.
पानी में गिरने पर सही से ठीक करवाएं फोन
अक्सर ही देखा गया है कि लोग अपने फोन के पानी में गिर जाने पर उसे घर पर ही ठीक करने की कोशिश करने लगते हैं, जबकि उसे सर्विस सेंटर में लेजाकर रिपेयर कराना ज्यादा बेहतर होता है. फोन के पानी में जाने से बैटरी में शौर्ट सर्किट हो सकता है.
गर्म जगह या धूप में ना रखें
फोन को हमेशा ऐसी जगह पर ही रखें, जहां का तापमान ज्यादा गरम न हो. अक्सर ज्यादा धूप में भी फोन को रखने से वो हीट हो जाता है और फोन की पावर आफ हो जाती है और इसकी वजह से आपका फोन जल्दी खराब हो सकता है. इसलिए फोन को हमेशा सामान्य तापमान में रही रखें.
फोन को बार-बार गिरने से बचाएं
फोन के बार-बार गिरने से भी उसकी बैटरी डैमेज होती है. ऐसे में फोन को बार-बार गिरने से बचाएं. वर्ना आपकी बैटरी कभी भी जल सकती है.
जब भी हम एक शहर से दूसरे शहर ट्रेन के माध्यम से जाते हैं हमारे मन में बार-बार एक ही सवाल आता है, यह कि क्या ट्रेन समय पर चल रही है या नहीं, कहीं ट्रेन लेट तो नहीं. हमारे देश में ट्रेनों का देरी से चलना कोई नई बात नहीं है, यह काफी पुरानी समस्या है और इसे लेकर अक्सर ही भारतीय रेल की किरकिरी हुई है. जब हम ट्रेन पकड़ने के लिए घर से निकलते हैं तो हम यह चेक करते हैं कि क्या ट्रेन समय पर चल रही है या नहीं. हम यह चेक करते हैं कि हमारी ट्रेन किस स्टेशन पर है और उसे आने में कितना वक्त लगेगा.
ट्रेन का रनिंग स्टेटस जानने के लिए हम या तो रेलवे के पूछताछ नंबर 139 पर कौल करते हैं या फिर इंटरनेट के माध्यम से पीएनआर के जरिए जानकारी लेते हैं और कई बार यह सब करने के बाद भी ट्रेन की सही जानकारी नहीं मिल पाती है, लेकिन अब आपको ट्रेन का लाइव स्टेटस जानने के लिए यह सब करने की जरूरत नहीं होगी. एक खबर के मुताबिक अब आप घर बैठे वाट्सऐप के जरिए ही ट्रेन का रनिंग स्टेटस पता कर सकते हैं. रेलवे आपको बड़े ही आसानी से ट्रेन का रनिंग स्टेटस वाट्सऐप के जरिए बता देगा.
अब आप सोच रहे होंगे कि वाट्सऐप से कैसे ट्रेन का रनिंग स्टेटस पता चल सकता है. आपके दिमाग में इस वक्त कई सवाल आ रहे होंगे. ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, वाट्सऐप पर ट्रेन का रनिंग स्टेटस जानने के लिए आपको बेहद ही आसान सा तरीका अपनाना होगा. आपको केवल अपने फोन पर एक नंबर सेव करना होगा और उस पर उस ट्रेन का नंबर सेंड करना होगा, जिसका रनिंग स्टेटस आप जानना चाहते हैं.
आपको अपने फोन पर 7349389104 नंबर सेव करना होगा, इस नंबर को आप उस स्थान के नाम से सेव करें जहां से ट्रेन को चलना है. नंबर सेव करने के बाद जिस ट्रेन की जानकारी आपको लेनी है उसका नंबर आप सेव किए हुए नंबर पर व्हाट्सऐप से भेज दें. बस फिर क्या, आपको ट्रेन का रनिंग स्टेटस पता चल जाएगा.
इसके अलावा राजधानी-शताब्दी ट्रेनों के लिए एसएमएस सेवा भी शुरू की गई है, जिसके जरिए इन ट्रेनों से यात्रा कर रहे लोगों को एसएमएस के जरिए मैसेज भेजकर ट्रेन के रनिंग स्टेटस या लेट होने की जानकारी दी जाती है. अभी तक 23 जोड़ी राजधानी ट्रेनों को और 26 जोड़ी शताब्दी ट्रेनों को यह सुविधा दी गई है. इस सुविधा को इसी महीने शुरू किया गया है.
आज के समय में ज्यादातर लोगों के पास एलआईसी (LIC) पालिसी है, इसलिए मोबाइल नंबर, पैनकार्ड और बैंक खातों के बाद अब बीमा पालिसी को भी आधार से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है. इसके लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया गया है. लेकिन आधार कार्ड को इंश्योरेंस पालिसी से लिंक कराने की अनिवार्यता को देखते हुए कुछ लोगों ने फ्रौड करना शुरू कर दिया है.
आधार को इंश्योरेंस पालिसी से लिंक कराने के नाम पर फ्रौड किये जाने की सूचना खुद जीवन बीमा निगम (LIC) ने अपने वेबसाइट पर दी है. इसमें उसने एक धोखाधड़ी के मामले को उजागर करते हुए बताया है कि सोशल मीडिया पर एक मैसेज एलआईसी के नाम से शेयर किया जा रहा है. इस पोस्ट के जरिए पालिसी होल्डरों को एक नंबर भेजा जा रहा है और उनसे इस नंबर पर एसएमएस कर अपनी पालिसी को जल्द से जल्द आधार नंबर से लिंक करने के लिए कहा जा रहा है.
कंपनी ने नोटिस में कहा है कि उनकी तरफ से सोशल मीडिया पर ऐसा कोई भी संदेश जारी नहीं किया गया है साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया है कि मैसेज के जरिये आधार को बीमा पालिसी से लिंक करने की कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही है, इसलिए अगर आपको भी इस तरह का कोई भी मैसेज आए, तो इसपर भूल कर भी विश्वास मत कीजिए. हो सकता है इसके जरिये कोई आपकी संवेदनशील जानकारी को चुरा ले और आपके साथ धोखाधड़ी हो जाए.
एलआईसी ने यह भी कहा कि जब भी कंपनी एसएमएस के जरिये बीमा पालिसी को आधार से लिंक करने की सुविधा शुरू करेगी, तो इसकी जानकारी इस तरह से कहीं और नहीं बल्कि वेबसाइट पर दे दी जाएगी. फिलहाल एलआईसी पालिसी को आधार से लिंक करना है, तो आप कंपनी की वेबसाइट पर जा सकते हैं. यहां आपको सारी जानकारी मिल जाएगी.
सचिन तेंदुलकर को अक्सर आपने नंबर 10 की जर्सी पहनकर मैदान पर देखा होगा. सचिन 10 के अलावा 33 और 99 नंबर की जर्सी में भी मैदान पर नजर आ चुके हैं. लेकिन 2013 में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के बाद सचिन की ये जर्सी कभी नजर नहीं आई.
आपको बता दें कि जर्सी के पीछे नंबर पहनकर खेलने का चलन 1999 में इंग्लैंड में आयोजित आईसीसी क्रिकेट विश्वकप के बाद से आया. इसके बाद खिलाड़ियों के लिए नंबर वाली जर्सी पहनना अनिवार्य हो गया.
अब बीसीसीआई ने ‘अनौपचारिक’ तौर पर अंतर्राष्ट्रीय मैचों के लिए नंबर 10 जर्सी को रिटायर करने का फैसला किया है. इस फैसले के मुताबिक अब टीम के किसी दूसरे खिलाड़ी को इस नंबर की जर्सी नहीं दी जाएगी. 2013 में इंटरनैशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने वाले सचिन अंतिम बार मार्च 2012 में यह जर्सी पहनी थी.
सचिन ने आखिरी बार मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए पहना था. इसके बाद 10 नंबर की जर्सी पहनकर तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में एक मैच खेला था. जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना भी की गई थी.
क्रिकेट फैंस को शार्दुल का 10 नंबर जर्सी पहनना अच्छा नहीं लगा और उन्होंने शार्दुल को निशाने पर ले लिया. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उनसे अपील की आप दोबारा इस नंबर की जर्सी पहनकर मैदान पर खेलने ना जाए. आज तक सचिन की जर्सी पहनकर शार्दुल के अलावा कोई भी भारतीय खिलाड़ी मैदान पर नहीं गया.
बताया जाता है कि सचिन अपने नंबर 10 की जर्सी को अपना गुडलक मानते है ज्यादातर मैच में वो इस नंबर के जर्सी को पहन कर खेलने जाते थे, अब जब इस जर्सी के रिटायरमेंट का वक्त आ गया तो अब हम कभी भी नंबर 10 के जर्सी को पहनकर किसी को खेलते हुआ नहीं देख सकते.