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करण जौहर के जुड़वा बच्चों की तस्वीर सोशल मीडिया पर हो रही है वायरल

इन दिनों सोशल मीडिया पर बौलीवुड सितारों के साथ उनकी फिल्मों की भी काफी धूम मची रहती है, ये बौलीवुड स्टार्स जितने फेमस हैं उतने ही उनके बच्चे भी फेमस हो रहें हैं. उनके बच्चे यानी स्टार किड्स अभी से ही चर्चा में आकर सुर्खियां बटोर रहें हैं. कई स्टार किड्स को तो अभी इस बात की जानकारी ही नहीं होगी कि वह अभी से ही कितने फेमस हैं और उनके माता पिता की तरह उनके भी बहुत से लोग फैन्स हैं. फिर चाहे वह सैफ करीना के बेटे तैमूर अली खान हो या फिर शाहिद मीरा की बेटी मिशा हो.

अब तो इसी कड़ी में 2 नए नाम और जुड़ गए हैं आपको बता दे यह नाम और किसी के नहीं बल्कि फिल्म मेकर करण जौहर के जुड़वा बच्चे यश और रूही के हैं. इन सभी के इतने चर्चित होने का पूरा श्रेय इंटरनेट और सोशल मीडिया को ही जाता है. कुछ समय पहले सेरोगेसी से पिता बने करण जौहर ने सोशल मीडिया पर अपने पिता बनने की जानकारी शेयर की थी. उसके बाद से ही जब भी रूही और यश की तस्वीरें आती तुरंत ही सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती है.

हाल ही में करण ने अपने दोनों बच्चों की एक तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर किया है और इस वजह से वह एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस तस्वीर को उन्होंने बेहद ही खूबसूरत कैप्शन देते हुए लिखा, ‘मेरी दुनिया.’ करण कहते हैं, कि वह अपने बच्चों की मां है.

आप को बता दें कि रूही और यश का जन्म 7 फरवरी को हुआ था. समय से पहले जन्में दोनों बच्चों को 2 महीनों तक अस्पताल में ही रखना पड़ा था.

स्मार्टफोन की इन सीक्रेट सेटिंग्स से अनजान होंगे आप

स्मार्टफोन का इस्तेमाल आज हर कोई कर रहा है. स्मार्टफोन जरूरत बन गया है. ऐसे में जाहिर है कि आपको स्मार्टफोन के बारे में लगभग सभी कुछ पता होगा. फोन की छोटी से छोटी सेटिंग से लेकर फोन को रीबूट करने तक किसी भी बात से आप अनजान नहीं होंगे. लेकिन आपके स्मार्टफोन की कुछ सेटिंग्स को लेकर आप अंजान हंगी.

आज हम आपको फोन की 3 सीक्रेट सेटिंग्स के बारे में बताएंगे जिनके जरिए आप अपने फोन का डाटा सुरक्षित रख सकते हैं और साथ ही पासवर्ड को पब्लिक होने से भी बचा सकते हैं.

सेटिंग 1

ब्राउजर पर जाकर myactivity.com टाइप करना है. इसके बाद नेक्सट के औप्शन पर टैप करें जब तक मेन स्क्रीन न आ जाए. इसके बाद बायीं तरफ दिए गए आइकन से मेन्यू पर जाए. यहां आपको delete activity by पर टैप करना है. फिर delete पर क्लिक करना है. ऐसा करने से आपकी गूगल पर की गई एक्टिविटी डिलीट हो जाएगी.

सेटिंग 2

सबसे पहले आपको फोन सेटिंग्स पर जाना होगा. इसमें Language and input औप्शन पर टैप करें. अब Gboard पर टैप कर advanced पर क्लिक करें. इसके बाद Share usage statistics और share snippets को औन कर दें. इससे आपका Gboard बेहतर हो जाएगा.

सेटिंग 3

फोन सेटिंग्स में जाकर Google पर टैप करें. यहां आपको सबसे नीचे Smart lock for password दिखाई देगा. इस सेटिंग से आप एप और वेबसाइट पर औटो लौगइन करते हैं. यहां से आप इसे औफ कर सकते हैं. साथ ही आप उन एप्स को यहां एड कर सकते हैं जिनका पासवर्ड आप सेव नहीं रखना चाहते हैं. इससे आपकी जानकारी भी औनलाइन लीक नहीं होगी.

मेरे पड़ोस की भाभी के साथ जिस्मानी संबंध हैं. एक दिन उन के पति ने हम दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया. अब मैं क्या करूं.

सवाल
मैं 21 साल का हूं. पड़ोस वाली भाभी 32 साल की हैं और उन के 3 बच्चे भी हैं. एक बार उन के पति गांव गए थे, तो मेरे और उन के बीच जिस्मानी संबंध बन गए, जो लगातार चल रहे हैं. एक दिन उन के पति ने हम दोनों को रंगेहाथ पकड़ भी लिया. इस के बावजूद वे अपनी बीवी को साथ ले जाने को तैयार हैं, पर वह मुझे छोड़ना नहीं चाहती. क्या करूं?

जवाब
3 बच्चों की मां को तलाक दिला कर उस से शादी करना आसान काम नहीं है. लिहाजा, आप उसे समझा कर पति के साथ जाने को कहें. उस का पति बेहद भला है, वरना कोई भी ऐसी हरकत बरदाश्त नहीं कर सकता. आप ने मुफ्त की मलाई खूब चाट ली, अब उस से किनारा करने में ही भलाई है.

एक नहीं दो-दो शादी कर चुके हैं क्रिकेट के ये दिग्गज खिलाड़ी

क्रिकेट जगत में ऐसे कई क्रिकेटर हैं जो अपने खेल के साथ साथ अपनी निजी जिंदगी को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि सिने जगत के सितारों की ही तरह इन क्रिकेटर्स की भी लाइफ ग्लैमर से भरपूर होती है. क्रिकेट में ऐसे कई खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने अपनी पत्नियों के कारण खासा प्रसिद्धि बटोरी.

क्रिकेट इतिहास में ऐसे कई खिलाड़ी हुए हैं जिनकी एक से ज्यादा रिश्ते होने की खबरें आई. कभी ये रिश्ते शादी में बदल जाते हैं तो कई बार शादियां भी टूट जाती हैं. ऐसे ही कुछ क्रिकेटर्स हैं जिन्होंने अपने जीवनसाथी की मौत के बाद दोबारा शादी की तो कुछ ने अपने जीवनसाथी को तलाक देकर दूसरी शादी की. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ क्रिकेटरों के बारे में जिन्होंने एक से अधिक शादियां की.

मोहम्मद अजहरुद्दीन

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपनी दूसरी शादी संगीता बिजलानी से की. इनकी पहली पत्नी का नाम नौरीन था. इनकी पहली पत्नी से इनको दो बच्चे हैं. अजहर की दूसरी शादी की खूब चर्चा हुई थी.

वसीम अकरम

रिवर्स स्विंग के मास्टर पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने भी दो शादियां की. उनकी पहली शादी साल 1995 में हुमा मुफ्ती से हुई थी. हुमा की मृत्यु साल 2009 में शरीर के कई अंगों के खराब हो जाने के कारण हो गई थी. इसके बाद वसीम अकरम ने आस्ट्रलियाई युवती शानियारा थाम्पसन से अपनी दूसरी शादी की.

तिलकरत्ने दिलशान

श्रीलंका के क्रिकेटर तिलकरत्ने दिलशान ने भी पहली पत्नी को छोड़कर दूसरी शादी मंजुला से की. इसके पीछे पहली पत्नी की बेवफाई सामने आई जिनका अफेयर श्रीलंकाई बल्लेबाज उपुल थंरगा से चल रहा था. बाद ही दोनों ने शादी कर ली.

ग्लेन मैक्ग्रा

आस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा ने अपनी पहली शादी एक एयरलाइंस में फ्लाइट अटेंडेंट जेनी लुईस से की. कैंसर के कारण जेनी की मृत्यु हो गई. इनके दो बच्चे भी हैं जिनका नाम जेम्स और होल्ली है. जेनी की मृत्यु के बाद आस्ट्रलियाई गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा ने सारा लियोनार्डी से अपनी दूसरी शादी की.

दिनेश कार्तिक

क्रिकेटर दिनेश कार्तिक अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी चर्चाओं में रहे. उनकी पहली पत्नी ने उनका साथ छोड़कर एक अन्य फेमस भारतीय क्रिकेटर का दामन थाम लिया था और कार्तिक ने स्क्वैश प्लेयर दीपिका पल्लीकल से शादी कर ली.

इमरान खान

पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इमरान खान का महिलाओं में कुछ ज्यादा ही क्रेज था. 1995 में उन्होंने अपनी पहली शादी पेरिस में जेमिमा गोल्डस्मिथ से की लेकिन 9 साल बाद साल 2004 इनका तलाक हो गया. बाद में इमरान ने टीवी पत्रकार रेहम खान से शादी की लेकिन कुछ ही दिनों के बाद दोनो का तलाक हो गया.

विनोद कांबली

भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली ने पहले नोएला लुइस से ब्याह रचाया, जो कि 1998 में पुणे के ब्लू डायमंड होटल में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी. उनसे अलग होने के बाद विनोद कांबली ने फैशन मौडल एंड्रिया हेविट से शादी कर ली.

दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक पर छिड़ी जंग, सरकार और एलजी आमने सामने

मोहल्ला क्लीनिक को लेकर दिल्ली में महासंग्राम छिड़ गया है. आम आदमी पार्टी सरकार ने बुधवार को इस मामले को लेकर उपराज्यपाल अनिल बैजल पर सवाल उठाए, तो वहीं एलजी ने इसके लिए सीधे-सीधे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दोषी करार दिया है. विधायकों के अड़ने के बाद इस मसले पर एलजी ने गुरुवार को बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कैबिनेट के अन्य सदस्य और विधायक भी इसमें शामिल हो सकते हैं. बैठक में मोहल्ला क्लीनिक के मसले पर विस्तार से चर्चा की जाएगी. एलजी आवास पर यह बैठक पांच बजे होगी.

सम्मेलन कक्ष में बैठकर ट्वीट के जरिए हमले

दोपहर के 2.30 बजे मोहल्ला क्लीनिक की बैठक से शुरू हुआ हंगामा देर रात नौ बजे तक चलता रहा. विधायक राजनिवास के सम्मेलन कक्ष में बैठकर सोशल मीडिया के जरिए एलजी पर हमले करते रहे. मामले में उपराज्यपाल कार्यालय ने भी विस्तृत सफाई दी और देर रात पर वार पलटवार शुरू हो गया. देर रात उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया के माध्यम से राजनिवास द्वारा दी गई सफाई को खारिज कर दिया. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि इस मामले में उपराज्यपाल कार्यालय की तरफ से सही तर्क नहीं दिए जा रहे हैं. इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए.

सतर्कता विभाग ने आपत्तियां जताई थीं

मोहल्ला क्लीनिक को लेकर सतर्कता विभाग ने कई सवाल खड़े किए हैं. ये क्लीनिक सितंबर 2016 से दिसंबर 2016 के बीच खोले गए थे. राजनिवास का तर्क है कि इन मामलों में मिली शिकायतों के आधार पर सरकार से जवाब मांगा गया था, लेकिन सरकार से कोई रिपोर्ट नहीं मिली. यह मामला सतर्कता विभाग की जांच की दायरे में है.

ये सवाल खड़े किए थे

– मोहल्ला क्लिनिक के लिए परिसर का चयन करने के लिए कोई पारदर्शी तरीका नहीं होना

– परिसर का किराया बाजार के किराए से अधिक होना

– पार्टी कार्यकर्ताओं के परिसर किराये पर लिए गए थे

– क्लिनिक का स्थान एवं मौजूदा डिस्पेंसरी का कोई तालमेलनहीं था

– क्लिनिक चलाने के लिए चार घंटे पर्याप्त नहीं होना

– मरीजों का कोई उचित लेखा जोखा नहीं होना जिससे कि चिकित्सकों का भुगतान का निर्णय किया जा सके

कहीं बोर्ड नहीं मिला, तो कहीं बंद हुए क्लीनिक

केजरीवाल सरकार कहती है कि मोहल्ला क्लीनिक बीमारियों के इस मौसम में बहुत मददगार है. इसे राजनीति से दूर रखिए. इसी मोहल्ला क्लीनिक को लेकर सरकार और उपराज्यपाल में टकराव भी दिख रहा है.

ब्लॉक छह त्रिलोकपुरी, एसी का किराया न देने से बंद

सरकार की शीर्ष100 मोहल्ला क्लीनिक लिस्ट में शामिल रहा त्रिलोकपुरी ब्लॉक छह का क्लीनिक बंद हो चुकी है. क्लीनिक का बोर्ड उखाड़ दिया गया है और ताला लटक रहा है. इलाके के लोगों ने मुख्यमंत्री तक शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ. बताया जा रहा है कि एसी का किराया समय से नहीं मिलने से यह क्लीनिक बंद हो गया है.

ब्लॉक-25 त्रिलोकपुरी, मोहल्ला क्लीनिक का बोर्ड नदारद

चुनाव के समय यहां मोहल्ला क्लीनिक का बोर्ड हटा दिया गया था, तब से नहीं लगा. जो लोग जानते हैं, वह तो आ जाते हैं लेकिन बाकी लोगों के लिए मुश्किल होती है. इस क्लीनिक पर सुबह आठ बजे से मरीज लाइन में लग जाते हैं. यहां के डॉक्टर बताते हैं कि दिन में 100 से 150 मरीज आते हैं. यह डेंगू और चिकनगुनिया का मौसम है. दूर-दूर से मरीज आ रहे हैं.

प्रताप चौक दल्लूपुरा, क्लीनिक जाने के लिए सड़क नहीं

इस गांव में बनी मोहल्ला क्लीनिक किसी प्राइवेट क्लीनिक की तरह नजर आता है. एयर कंडीशन लगा है, जहां मरीज और तीमारदार बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं. साफ-सफाई का भी खास ख्याल रखा गया है. क्लीनिक का स्टाफ मरीज की पूरी जानकारी लेकर डॉक्टर के पास भेजता है. डॉक्टर तसल्ली से मरीज की जांच करते हैं.

अजय माकन बोले घोटाला हो रहा है

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किए गए मोहल्ला क्लीनिक को एक बड़ा घोटाला बताया है. अपने ट्विटर संदेश में उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को फायदा पहुंचाने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा रहा है.माकन ने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि बड़े पैमाने पर किए गए सर्वेक्षण में मोहल्ला क्लीनिक के जरिए किए जा रहे घोटाले का खुलासा हुआ है.

राष्ट्रपति से करेंगे शिकायत : भाजपा

आप विधायक मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर नौटंकी कर रही है. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी जल्द ही राष्ट्रपति से शिकायत दर्ज कराएगी. मामले में भाजपा ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि उपराज्यपाल भारतीय राष्ट्रपति के प्रतिनिधि हैं और आज की आराजकता सीधा सीधा संविधान पर प्रहार है . गुरुवार को हम राष्ट्रपति से मिलेंगे.

इनका कहना है

एक संवैधानिक पदाधिकारी के कार्यालय में दबाव बनाकर मामले को निपटाना कानून के मुताबिक उचित तरीका नहीं है. मोहल्ला क्लीनिक को लेकर मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल ने भी कोई ध्यान नहीं दिया. मुख्यमंत्री अपनी साप्ताहिक बैठक जोकि बुधवार सायं 5.00 बजे होती है, उसमें भी शामिल नहीं हुए.

– अनिल बैजल, उपराज्यपाल, दिल्ली

मोहल्ला क्लीनिक पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. यह दिल्ली के दो करोड़ लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा मसला है. उपराज्यपाल सभी अफसरों की बैठक बुलाकर इस मामले को निपटाएं. वे चाहें तो मैं अपने मंत्रियों के साथ राजनिवास आने के लिए तैयार हूं. एक बार में ही सभी आपत्तियां दूर कर ली जाएं.

– अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री, दिल्ली

प्रचार की भूखी कंगना को अपनी अभिनय क्षमता पर भरोसा नहीं

लगता है कंगना रानौट का अपनी अभिनय क्षमता पर भरोसा नहीं रहा. इसीलिए वह अपनी हर फिल्म के प्रदर्शन से पहले नए नए विवाद पैदाकर खुद को सुर्खियों में रखने का प्रयास करती रहती हैं, अब इसका कितना फायदा उन्हे मिलता है, यह तो वही जानें. रितिक रोशन के साथ उनका विवाद तीन साल पुराना हो चुका है. पर वह अपनी फिल्म के प्रदर्शन से पहले उसी विवाद को न सिरे से हवा देती रहती हैं. अपनी पिछली फिल्म ‘‘रंगून’’ के प्रदर्शन के समय भी कंगना रानौट ने यही किया था. पर फिल्म ‘रंगून’ को सफलता नही मिली. अब उनकी नई फिल्म ‘सिमरन’ प्रदर्शित होने वाली है, जिसमें उन्होंने विवाद पैदा कर, लेखक से झगड़ा कर लेखक के तौर पर अपना नाम दर्ज करवा लिया है.

फिल्म ‘‘सिमरन’’ को लेकर वह जितना विवाद पैदाकर सुर्खियां बटोर सकती थीं, वह सब करके वह हार गयी. अब जबकि फिल्म के प्रदर्शन का समय नजदीक आ रहा है, तो कंगना रानौट ने एक बार फिर गड़े मुर्दे को उखाड़ते हुए एक टीवी चैनल पर इंटरव्यू देते हुए रितिक रोशन से माफी मांगने के लिए कहा है. सूत्रों से जो खबरें मिल रही हैं, उसके अनुसार चैनल पर कंगना रानौट ने रितिक रोशन को चुनौती देते हुए रितिक रोशन से उस विवाद पर माफी मांगने के लिए कहा है.

‘सिमरन’ के प्रमोशन के लिए चैनल पर अपना इंटरव्यू रिकार्ड करवा चुकी कंगना ने कहा है-‘‘उसको यहां बुलाइए और पूछिए, उससे एक एक प्रश्न पूछिए, क्यूंकि मैंने नोटिस नहीं भेजा था. मेरे नाम वाहियात मेल रिलीज किए हुए हैं. उनकी बदतमीजी के लिए मुझे माफी चाहिए उनसे.’’

कंगना ने आगे कहा-‘‘मैंने अपमान बर्दाश्त किया. मैं रोती रही. मैं सो न सकी. मैं तनाव में रही. लोग आज भी उन मेल्स को आनलाइन देखकर मेरा मजाक बनाते हैं. उसके इस कृत्य के लिए मैं उससे माफी की मांग करती हूं.’’

यानी कि कंगना रानौट ने एक बार फिर बुझी हुई आग को सुलगाते हुए उससे फायदा उठाने की कोशिश की है. मगर कंगना शायद यह भूल गईं कि जब से उन्होंने रितिक रोशन के साथ इस विवाद को जन्म दिया था, तब से कंगना का करियर निरंतर पतन की ओर ही जा रहा है.

बौलीवुड में लोग खुलकर कहने लगे हैं कि दर्शक सिनेमा में अच्छी कहानी और कलाकार की अभिनय क्षमता को देखना चाहता है. उसे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कलाकार कितने विवाद पैदाकर खबरों में बना रहता है. काश! कंगना इस तरह के विवादों को हवा देने की बजाय अपनी अभिनय क्षमता को निखारने पर ध्यान देती.

‘पिछले दरवाजे’ से विधानसभा जाएंगे ‘भाजपा के महारथी’

विधान परिषद और राज्य सभा को विधानसभा और लोकसभा का पिछला दरवाजा कहा जाता है. जो नेता चुनाव जीत कर सदन में पहुंचने की हालत में नहीं होते हैं, राजनीतिक पार्टियां उनके लिए इस पिछले दरवाजे का प्रयोग करती हैं. भाजपा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित दो उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और डाक्टर दिनेश शर्मा और दो मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मोहसिन रजा विधानसभा या विधान परिषद के सदस्य नहीं हैं. ऐसे में शपथ ग्रहण के 6 माह के अंदर इनको विधानसभा या विधानपरिषद का सदस्य होना जरूरी होता है. भाजपा के यह महारथी जनता के वोट से चुन कर विधानसभा सदस्य न बन कर विधायकों के वोट से चुन कर विधानपरिषद के सदस्य बनेंगे.

मजेदार बात यह है कि भाजपा ने विधान परिषद की इन सीटों को सपा बसपा के नेताओं से तोड़फोड़ कर खाली कराई है. समाजवादी पार्टी के 4 सदस्यों यशंवत सिंह, बुक्कल नवाब, सरोजनी अग्रवाल और अशोक वाजपेई सहित जयवीर सिंह ने अपनी सीट से इस्तीफा दिया. अब इन सीटों के जरीये ही भाजपा अपने 5 महारथियों को विधानसभा के पिछले दरवाजे से सदन में भेजेगी. विपक्ष कहीं से रास्ते में रोडा न बने, इसके लिये सभी सीटों पर अलग अलग चुनाव की व्यवस्था की गई है. तकनीकी रूप से भले ही भाजपा अपनी जीत तय करने में सफल हुई है पर सिद्वांतों के आधार पर उसको समझौते करने पड़े हैं. विरोधी पार्टी के सदस्यों ने अपनी सीटों से त्यागपत्र देकर भाजपा की सदस्यता भी ली है. इससे साफ है कि इस्तीफा योजना के अनुसार दिया गया था.

विपक्षी दलों का आरोप है कि भाजपा जनता के बीच सीधे चुनाव से बचना चाहती थी. इसलिये उसने विधानपरिषद के रास्ते अपने नेताओं को सदन में भेजना सरल समझा. भाजपा को अपने नेताओं की जीत पर भरोसा नहीं था. जिस वजह से वह जनता के बीच जाने से बच रहे हैं. यह एक तरह का दलबदल ही है. भाजपा के लिये यह शर्मनाक हो जाता अगर उसके 5 नेताओं में से एक भी चुनाव हार जाता. ऐसे में भाजपा ने विधान परिषद के रास्ते को ही बेहतर रास्ता समझा. उत्तर प्रदेश में अगर भाजपा को अपनी सरकार के कामकाज पर भरोसा होता तो वह सीधे चुनाव में जाकर विरोधी दलों के आरोपों को नकार देती.

भाजपा विधानसभा चुनाव से भले ही बच गई हो पर सांसद योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य के विधानपरिषद सदस्य चुने जाने के बाद लोकसभा की 2 सीटों गोरखपुर और फूलपुर में लोकसभा का उपचुनाव चुनाव कराना होगा. इसमें भाजपा की साख दांव पर लगी है. भाजपा इस बात का प्रयास करेगी कि विरोधी इन दोनों सीटों पर एकजुट होकर अपना प्रत्याशी न उतार सकें. फूलपुर लोकसभा सीट पर बसपा नेता मायावती के चुनाव लड़ने की बात सामने आई थी. जिस तरह से बिहार में विरोधी दलों की रैली से बसपा ने दूरी बनाई उससे साफ हो गया है कि बसपा नेता मायावती फूलपुर से चुनाव नहीं लड़ेंगी. भाजपा के लिये यह राहत वाली बात है. इसके बाद भी इन दो लोकसभा सीटों पर भाजपा की साख दांव पर लगेगी.

कोई भी खिलाड़ी धोनी की जगह नहीं ले सकता: वीरेन्द्र सहवाग

सहवाग ने कहा कि मुझे नहीं लगता कोई भी खिलाड़ी फिलहाल धोनी की जगह ले सकता है. ऋषभ पंत अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन धोनी की जगह लेने के लिये अभी उन्हें और समय चाहिये. हमें धोनी के विकल्प के बारे में 2019 के बाद सोचना चाहिये. तब तक के लिए पंत को अनुभव लेना चाहिये. मध्यक्रम और निचले क्रम में जो अनुभव धोनी के पास है वह किसी अन्य के पास नहीं है. सहवाग ने कहा कि धोनी का करियर ‘जीवन चक्र’ को दर्शाता है. धोनी रन बना रहे हैं या नहीं हमें यह चिंता नहीं करनी चाहिये. हमें सिर्फ यह प्रार्थना करनी चाहिये की धोनी 2019 वर्ल्ड कप तक फिट रहें. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं कभी ऐसे विचार का समर्थन नहीं करूगां जिसमें नैसर्गिक विकेट कीपर के अलावा किसी और को विकेट के पीछे खड़ा किया जाये. 50 ओवर का मैच इंडियन प्रीमियर लीग के 20 ओवर के मैच से काफी अलग होता है. यह ऐसा जोखिम नहीं है जिसे लिया जाये क्योंकि यहां स्टंपिंग या कैच छूटने से मैच का रूख पूरी तरह से बदल सकता है.

उनका मानना है, समय हमेशा एक जैसा नहीं होता. आपको उस से जूझना ही पड़ता है. कभी समय ऐसा होता है कि आप ढेरों रन बनाते हैं और कभी ऐसा जब आप रन बनाने के लिये तरस जाते हैं. व्यापार में भी ऐसा ही होता है क्येंकि आप हर साल मुनाफा नहीं कमा सकते.

सहवाग ने कहा, वर्ल्ड कप में मध्यक्रम में जो बल्लेबाज होंगे उन्हें और गेंदबाजों को पर्याप्त मौके दिये जाने चाहिये ताकि विश्वकप से पहले उनके पास लगभग 100 मैचों का अनुभव हो. अनुभव से आप दबाव को बेहतर तरह से निपट सकते है. मुश्किल हालातों से भी आप मैच को निकाल सकते हैं. उन्हें हर तरह की परिस्थितियों और चुनौती का सामना करने का अभ्यस्त होना चाहिये.

रविचंद्रन अश्विन के काउंटी में खेलने पर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि श्रीलंका के साथ टेस्ट श्रृंखला में लगभग 200 ओवर गेंदबाजी करने के बाद उन्हें आराम करना चाहिये था, लेकिन यह ऐसा फैसला है जिसे अश्विन और टीम प्रबंधन को मिल कर लेना है. मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है. शायद वे अगले वर्ष इंग्लैंड में होने वाली टेस्ट श्रृंखला को जीतने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. अगर ऐसा है तो यह फैसला सही है.

आस्ट्रेलिया के साथ घरेलू एक दिवसीय श्रृंखला के बारे में पूछे जाने पर सहवाग ने कहा, भारत के लिये यह काफी मुश्किल भरा होगा. उन्होंने कहा, ‘‘आस्ट्रेलिया से हमेशा कड़ी चुनौती मिलती है इसलिये हर खिलाड़ी उनके साथ अच्छा करना चाहता है. अगर आप आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आपको काफी सम्मान मिलता है. मुझे उम्मीद है हमारे खिलाड़ी उसके लिये तैयार होंगे.

आखिर क्या फायदे हैं होम इंश्योरेंस के, कैसे कर सकते हैं क्लेम

अपने सपनों का घर बनाने के लिये लोग काफी पैसा खर्च करते हैं, लेकिन जब उस घर की सुरक्षा और देख भाल की बात आती है तो वह उस पर उतना ध्यान नहीं देते. आपको बता दें अगर आपने अपने घर का होम इंश्योरेंस करवाया है तो आपके लिये यह एक फायदे का सौदा है. लेकिन ज्यादातर लोग होम इंश्योरेंस मे दिलचस्पी नहीं दिखाते. आप घर की मरम्मत या उसे फिर से बनाने का खर्च इंश्योरेंस के माध्यम से कवर कर सकते हैं.

कहीं आप ऐसा तो नहीं सोच रहे हैं कि भारी बारिश के कारण आपके मकान को पानी से होने वाले नुकसान का कवरेज भी मिल जाएगा?

तो हां, आप सही सोच रहे हैं, होम इंश्योरेंस पानी से होने वाले हर तरह के नुकसान को कवर करता है चाहे वह अचानक हो या दुर्घटना के कारण. लेकिन, इंश्योरेंस कंपनियां धीरे-धीरे होने वाले नुकसान का कवरेज देने से इनकार कर देती हैं.

होम इंश्योरेंस आम तौर पर भूकंप, आसमानी बिजली, तूफान, बाढ़ इत्यादि प्राकृतिक आपदाओं के कारण प्रौपर्टी और उसमें रखे सामान को होने वाले नुकसान का कवरेज देता है. बहुमूल्य वस्तुएं चोरी होने पर उसे भी कवर किया जाता है. बारिश के कारण आपके घर को तरह-तरह से नुकसान पहुंच सकता है. एक अच्छी पौलिसी की मदद से बहुत ज्यादा बारिश के कारण होने वाले जल-प्रलय का सामना किया जा सकता है. फ्लड प्लान में व्यक्तिगत चीजों का भी कवर मिल सकता है,  लेकिन, बाढ़ पीड़ितों को कटौतियों के आधार पर एक न्यूनतम राशि का भुगतान करना पड़ता है. कटौती की शर्तें, पौलिसी खरीदने के समय तय की जाती हैं.

क्या शामिल है और क्या शामिल नहीं है, इसके बारे में जानने के लिए पौलिसी खरीदने से पहले उसके नियमों एवं शर्तों को समझना जरूरी है. उदाहरण के लिए, दीवार और छत से होने वाले पानी के रिसाव को फ्लड प्लान में कवर नहीं किया जाता है. होम लोन लेते समय खरीदी जाने वाली होम इंश्योरेंस पौलिसियां सिर्फ बिल्डिंग के ढांचे को कवर करती हैं. वे घरेलू सामान और बिजली के उपकरण जैसी चीजों को कवर नहीं करती हैं, जो एक प्राकृतिक आपदा के दौरान संभवतः क्षतिग्रस्त हो सकती हैं. ऐसी पौलिसियां काफी हद तक आग और बाढ़ को कवर करती हैं. इसलिए घर के साथ-साथ ही घर के अंदर की चीजों को भी कवर करने के लिए पर्याप्त बीमा राशि वाला होम इंश्योरेंस लेना सबसे अच्छा होता है.

क्लेम करने का तरीका

हमारे देश में होम इंश्योरेंस बहुत ज्यादा महंगा नहीं है, इसलिए हमेशा आवश्यक ऐड-औन के साथ एक होम इंश्योरेंस पौलिसी लेने की सलाह दी जाती है ताकि भारी नुकसान होने पर आप आसानी से भारी मरम्मत का खर्च उठा सकें.

बारिश के कारण हुए सभी नुकसान के कागजात तैयार करें. आप उनकी फोटो ले सकते हैं या एक वीडियो भी बना सकते हैं.

सभी क्षतिग्रस्त वस्तुओं को निरीक्षण के लिए संभाल कर रखें.

क्लेम से संबंधित सभी दस्तावेजों को भावी उपयोग के लिए संभाल कर रखना चाहिए.

अस्थायी उपयोग के लिए आपको जिन-जिन चीजों की मरम्मत करनी है उन सभी चीजों की एक सूची बनाकर रखें.

‘केदारनाथ’ से अपने बौलीवुड करियर की शुरुआत करेंगी सैफ की बेटी सारा

सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान जल्द ही ‘फितूर’ के डायरेक्टर अभिषेक कपूर की फिल्म ‘केदारनाथ’ से अपने बौलीवुड करियर की शुरुआत करने जा रहीं है. इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत के साथ सारा की जोड़ी जमेगी. फिल्म की शूटिंग के लिए सुशांत और सारा मुंबई एयरपोर्ट से देहरादून के लिए रवाना हुए. इस दौरान सारा व्हाइट टाप और डेनिम लुक में तो सुशांत सिंह राजपूत कैजुअल लुक में मीडिया का अभिवादन करते हुए नजर आएं.

सारा और सुशांत पिछले कई दिनों से फिल्म से जुड़ी ट्रेनिंग ले रहे हैं. स्टार्स को पिछले हफ्ते टीम के साथ मुंबई के बांद्रा इलाके स्थित एक होटल के बाहर देखा गया था. हाल ही में फिल्‍म का मोशन पोस्‍टर रिलीज हुआ, जिसमें दोनों सितारों की झलक देखने को नहीं मिली. सुशांत और सारा अक्सर फिल्‍म के लिए वर्कशाप लेते हुए दिख जाते हैं.

फिल्म ‘केदारनाथ’ की शूटिंग देहरादून के पास तीन सितंबर से शुरू होगी. फिल्म का निर्माण बालाजी मोशन पिक्चर्स के सहयोग से टी-सीरीज, क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट, गाइ इन द स्काई पिक्चर्स द्वारा किया जा रहा है. फिल्म का निर्देशन और निर्माता अभिषेक कपूर के मुताबिक निर्माताओं की इस साझेदारी ने उनकी फिल्म की अहमियत काफी बढ़ा दी है और वह उनका सहयोग व समर्थन पाने को लेकर रोमांचित और आभारी हैं.

टी-सीरीज के भूषण कुमार ने कहा कि ‘केदारनाथ’ बहुत उम्दा फिल्म है. ये प्रेम कहानी भगवान शिव के धाम की पृष्ठभूमि पर आधारित है. बालाजी मोशन पिक्चर्स की एकता कपूर ने कहा कि फिल्म की कहानी भावनात्मक और संजीदा है. फिल्म की प्रेम कहानी पवित्र केदारनाथ मंदिर के कस्बे की पृष्ठभूमि पर आधारित है जो 2018 की गर्मियों में रिलीज होने की उम्मीद है.

फिल्‍म ‘केदारनाथ’ के बारे में बात करते हुए निर्देशक अभिषेक कपूर ने एक इंटरव्यू में कहा, “मैं फिल्म के बारे में बहुत ज्यादा नहीं बताना चाहता, लेकिन हमारी फिल्म की कहानी एक ‘पैशनेट लवस्टोरी’ है, जो तीर्थयात्रा से जुड़ी है. मुझे सारा को फिल्म में लेने की खुशी है. मैने उन्हे फिल्म में इसलिए लिया, क्योंकि वह इस रोल के लिए एकदम फिट हैं.

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