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28 साल बाद यहां होगा भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट

भारत और न्यूजीलैंड 8 से 12 अक्तूबर के बीच जब अपने जमाने के बेमिसाल बल्लेबाज सैयद मुश्ताक अली की जन्मभूमि पर पहली बार आयोजित किये जा रहे टेस्ट मैच में खेलने उतरेंगे. यह मैच इंदौर के होलकर स्टेडियम में दोनों टीमों के बीच 28 साल के लम्बे अंतराल के बाद दूसरा मुकाबला होगा.

हालांकि, इस बार खेल का प्रारूप बदला होगा और स्टेडियम भी अलग होगा. भारत और न्यूजीलैंड का इंदौर में एक ही बार आमना-सामना हुआ है. यह भिड़ंत नेहरू स्टेडियम में 15 दिसंबर 1988 को खेले गये वनडे मैच में हुई, जब दिलीप वेंगसरकर की अगुवाई वाली मेजबान टीम ने जॉन राइट की अगुवाई वाली न्यूजीलैंड टीम को 53 रन से हराया था.

कृष्णमाचारी श्रीकांत ने इस मैच में अपनी गेंदबाजी से कमाल दिखाकर 32 रन देकर पांच विकेट लिये थे और वह तब भारत के पहले ऐसे गेंदबाज बने थे जिन्होंने दो वनडे मैचों में पांच या इससे अधिक विकेट लिये.

नेहरू स्टेडियम की हालत खराब होने के कारण इसमें वर्ष 2001 में अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन बंद कर दिया गया था. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय मुकाबले मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के होलकर स्टेडियम में खेले जाने लगे.

एमपीसीए के सचिव मिलिंद कनमड़ीकर ने बताया कि हालांकि भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट मैच की मेजबानी का संकेत मिलने के बाद संघ ने पहले ही इस मुकाबले की तैयारियां शुरू कर दी थीं. लेकिन मैच का कार्यक्रम घोषित होने के बाद अब इन तैयारियों की रफ्तार बढ़ा दी गयी है.

वैसे करीब 27,000 दर्शकों की क्षमता वाला होलकर स्टेडियम भारतीय टीम के लिये बेहद भाग्यशाली रहा है. पिछले एक दशक में इस स्टेडियम में भारत ने चार एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और मेजबान टीम को चारों मुकाबलों में जीत हासिल हुई है.

इस स्टेडियम में पिछला एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच 14 अक्तूबर 2015 को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया था. इस मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 22 रन से पराजित किया था. यही वह मैदान है जिस पर वीरेंद्र सहवाग ने 8 दिसंबर 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे मैच में 219 रन की पारी खेलकर सचिन तेंदुलकर के वनडे में एक पारी में सर्वाधिक रन के तत्कालीन रिकॉर्ड को तोड़ा था.

सहवाग का रिकॉर्ड बाद में रोहित शर्मा ने अपने नाम कर दिया था. बीसीसीआई की गत नवंबर में आयोजित वाषिर्क साधारण सभा (एजीएम) में इंदौर के साथ पुणे, राजकोट, विशाखापट्टनम, धर्मशाला और रांची को टेस्ट केंद्र का दर्जा प्रदान किया गया था.

VIDEO: ‘रूस्तम’ का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज

बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की मोस्ट अवेटेड फिल्म रूस्तम का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज हो गया है. इस फिल्म में अक्षय कुमार नौसेना के अधिकारी रूस्तम पावरी की भूमिका निभा रहे हैं. इस ईमानदार ऑफिसर की देशभक्ति पर सवाल तब उठते हैं जब उस पर आरोप लगता है कि उसने एक शख्स का मर्डर कर दिया है.  जैसा कि जब पोस्टर रिलीज हुआ था तब उसपर लिखा था, ‘तीन शॉटस जिन्होंने देश को स्तब्ध कर दिया.’

अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए रूस्तम क्या करता है यही आपको फिल्म में देखने को मिलेगा. अब ये ऑफिसर गद्दार है, कातिल है या देशभक्त है इसका फैसला तो फिल्म देखने के बाद ही होगा.

यह पहली बार नहीं है जब अक्षय बचाव अधिकारी की भूमिका में हैं. इससे पहले वह ‘हॉलीडे: ए सोल्जर इज नेवर ऑफ ड्यूटी’ में सेना के अधिकारी की भूमिका में नजर आ चुके हैं. वहीं ‘एयरलिफ्ट’ और ‘गब्बर इज बैक’ में भी वह महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आए.

रूस्तम में इलियाना डीक्रूज और ईशा गुप्ता भी नजर आएंगी.

ट्रेलर देखने के बाद ऐसा लगता है कि ये फिल्म रितिक रोशन की फिल्म ‘मोहनजोदारो’ को कड़ी टक्कर देने वाली है. ये दोनों फिल्में एक ही दिन सिनेमाघरों में 12 अगस्त को रिलीज होने वाली हैं. अक्षय की ‘रूस्तम’ को टीनू सुरेश देसाई ने डायरेक्ट किया है तो वहीं रितिक की ‘मोहनजोदारो’ को आशुतोष गोवारिकर ने डायरेक्ट किया है. फैंस को दोनों ही फिल्मों का बेसब्री से इंतजार है. अब देखना ये होगा कि बाजी कौन मार ले जाता है.

फेसबुक ने रीडिजाइन किया ‘लाइक बटन’

फेसबुक अपने छोटे से नीले रंग के 'Like बटन' से लोगो हटा रहा है. सोशल मीडिया कंपनी का कहना है कि रिसर्च से पता चला है कि यूजर्स 'f' वाले लोगो के बजाय 'थम्स अप' वाले सिंबल पर ज्यादा क्लिक करते हैं.

कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है, 'हमारा मानना था कि लाइक बटन पर लोग थम्स अप के आइकॉन को अच्छे ढंग से समझ सकेंगे. इसके लिए हमने टेस्ट लिए. नतीजा यह रहा कि थम्स अप वाले बटन्स से एंगेजमेंट बढ़ गया. इसलिए हम लाइक बटन से f लोगो हटाकर थम्स अप का आइकॉन लगा रहे हैं.'

इसके अलावा फेसबुक ने Share, follow और save to Facebook बटन भी रीडिजाइन किए हैं, मगर इनमें f लोगो बरकरार रखा गया है. फेसबुक को लगता है कि नए डिजाइन से ज्यादा क्लिक मिलेंगे. फेसबुक का कहना है कि लाइक बटन पर 30 फीसदी इम्प्रेशन अब मोबाइल डिवाइसेज से आ रहे हैं.

डिवेलपर्स अपनी वेबसाइट्स पर ये नए बटन लगा सकते हैं. जिन्होंने पहले वाले बटन डाले हैं, फेसबुक का कहना है कि आने वाले हफ्तों में वे अपने आप अपडेट हो जाएंगे.

कंपनी ने क्रोम ब्राउजर के लिए भी कुछ नए एक्सटेंशन जारी किए हैं, जिनसे Save और Share करने के लिए फेसबुक ओपन करने की जरूरत नहीं रहेगी. ये एक्सटेंशन क्रोम वेब स्टोर पर उपलब्ध हैं.

तो इन्होंने भी लगाया बैंकों को चूना

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी फाइनेंशियल स्टैबिलिटी रिपोर्ट-2016 में कहा है कि बैंकों के जो डिफॉल्ट बढ़ रहे हैं उनके लिए बड़े और मझोले लेवल के कॉरपोरेट्स जिम्मेदार हैं. रिपोर्ट के अनुसार, बैंको का लोन डिफाल्ट 20 करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ा है.

आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बढ़ते डिफॉल्ट के कारण ही बैंकों की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ रहा है. लोन डिफॉल्ट के लिए कॉरपोरेट्स जिम्मेदार हैं. रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्यादा 20 से 50 करोड़ के लोन डिफॉल्ट जनवरी से दिसंबर 2015 के बीच हुए. इनकी हिस्सेदारी 6.2 प्रतिशत रही.

आरबीआई के अनुसार, लोन न चुका पाने की वजह से बड़े कॉरपोरेट्स की क्रेडिट क्वालिटी में भी गिरावट दर्ज की गई.

नहीं थम रहा गांगुली-शास्त्री घमासान

टीम इंडिया को अनिल कुंबले के रूप में नया हेड कोच तो मिल गया है. लेकिन कोच के चयन को लेकर दो पूर्व दिग्गजों में विवाद अभी भी जारी है. कोच के दावेदारों में शामिल रहे रवि शास्त्री और सलाहकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली में छह दिन बाद भी बयानों की जंग चल रही है.

शास्त्री ने कहा था कि उनके इंटरव्यू के समय गांगुली वहां मौजूद नहीं थे. उनका यह रवैया अपमानजनक था. जवाब में गांगुली ने कहा- अगर उन्हें लग रहा है कि वे मेरे कारण कोच नहीं बने, तो वे मूर्खों को दुनिया में जी रहे हैं.

टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर और पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी दो पूर्व कप्तानों रवि शास्त्री और सौरव गांगुली के बीच टीम के हेड कोच की नियुक्ति को लेकर चल रही जुबानी जंग को लेकर एक दूसरे अलग विचार रखते हैं. बेदी ने तो गांगुली पर सीधा हमला बोल दिया.

संजय मांजेरकर ने ट्वीट किया, ‘मुझे लगता है कि सौरव से अधिक रवि पद के लिए नहीं चुने जाने से खफा है. यह उनके लिए नया अनुभव है. बीसीसीआई ने कोच के रूप में बेहतर व्यक्ति को चुना.’

उधर बिशन सिंह बेदी ने शास्त्री का समर्थन करते हुए ट्वीट किया, ‘कोच पद के लिए नहीं चुने जाने के अलावा रवि शास्त्री का चयन प्रक्रिया पर नाराजगी जताना सही है जहां एक चयनकर्ता अनुपस्थित हो गया. वह बोर्ड से ऊपर तो नहीं है.’

इस मामले में कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. गुस्साये गांगुली ने शास्त्री पर जवाबी हमला बोला. उन्होंने इस पूर्व भारतीय ऑलरांडर की बैंकॉक में छुट्टियां मनाते हुए इंटरव्यू देने पर इस पद को लेकर उनकी गंभीरता को लेकर सवाल उठाये.

भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक गांगुली ने शास्त्री के इस सुझाव पर भड़क गये जिसमें उन्होंने कहा था कि अगली बार जब साक्षात्कार लिये जा रहे हों तो उन्हें उपस्थित होना चाहिए. गांगुली ने कहा, ‘‘इससे मुझे गुस्सा आया कि वह मुझे सलाह दे रहे हैं कि मुझे इस तरह की बैठकों में उपस्थित होना चाहिए. मैं पिछले कुछ समय से बीसीसीआई की बैठकों का हिस्सा रहा हूं और मैं हमेशा उनके लिये उपलब्ध रहा. रवि को मेरी सलाह है कि जब भारत के कोच और सबसे महत्वपूर्ण पद के लिये चयन हुआ तब उन्हें समिति के सामने होना चाहिए था ना कि बैकाक छुट्टियां मनाते हुए प्रस्तुति देनी चाहिए थी.’’

गांगुली ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यदि रवि शास्त्री को लगता है कि उनके भारतीय कोच नहीं बन पाने के लिये सौरव गांगुली जिम्मेदार हैं तो फिर वह गलतफहमी में जी रहे हैं.’’

आप तो नहीं करते वाई-फाई संबंधी ये गलतियां?

इंटरनेट की धूम होने के बाद हर कोई अपने घर में स्‍ट्रांग इंटरनेट नेटवर्क रखना चाहता है ताकि वह सभी के साथ समय पर कम्‍यूनिकेट कर सके. आजकल हर जगह पर वाई-फाई नेटवर्क कर दिया गया है ताकि सभी लोगों की संचार प्रक्रिया बाधित न होने पाएं.

हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताएंगे जो वायरलेस नेटवर्क की सेटिंग के दौरान लोगों द्वारा अक्‍सर की जाती हैं.

राउटर को मैनुअली डिस्‍कार्ड: प्‍लग एंड प्‍ले और ऑन-द-गो डिवाइस के आने से, यूजर गाइड और मैनुअल, बॉक्‍स के कम-से-कम उपयोगी सामग्री हो गए हैं. हालांकि, यह कबाड़ को दूर रखने का अच्‍छा तरीका है, राउटर्स एक जटिल उपकरण है इसे मैनुअल सेट करना आपको समस्‍या में डाल सकता है. बेहतर होगा आप ऑटो मोड पर ही इसे सेट करें.

राउटर को दीवार के पास रखना: राउटर को कभी भी कंक्रीट दीवार के पास न रखें, इससे उसकी नेटवर्क प्रदान करने की क्षमता पर असर पड़ता है और यूजर को सही फ्रिक्‍वेंसी का नेटवर्क नहीं मिल पाता है.

कॉमन एसएसआईडी नाम: एसएसआईडी एक विशेष प्रकार की आईडी होती है जिसे आपके वाई-फाई नेटवर्क को अलॉट किया जाता है. अगर आपके अपॉर्टमेंट या ऑफिस में कई वायरलेस नेटवर्क हैं तो एक ही एसएसआईडी नाम दीजिए ताकि किसी भी प्रकार के कन्‍फ्यूजन से बचा जा सकें.

डिफॉल्‍ट पासवर्ड का उपयोग: यह सबसे बड़ी समस्‍या है और कई लोग इसे अपनी गलती भी मानते हैं. कई बार इतने आसान से पासवर्ड का उपयोग किया जाता है कि कोई भी इन्‍हें क्रैक कर सकता है.

वाई-फाई इनक्रिप्‍शन ऑफ: वाई-फाई इनक्रिप्‍शन का अर्थ, आपके नेटवर्क पैकेट डेटा के सोर्स या डेस्‍टीनेशन की पहचान को गुप्‍त रखते हुए आपके नेटवर्क की सुरक्षा से होता है. यह आमतौर पर यूं ही ऑन रह जाता है लेकिन आप इसे डबल चेक करें और ऑन रखें.

गलत इनक्रिप्‍शन का चयन: टूग्‍गल करने के लिए आपके सामने कई वाई-फाई नेटवर्क होते हैं और आप सबसे सही और अपनी जरूरत के हिसाब से ही इनक्रिप्‍शन का चयन करें. साथ ही अपने नेटवर्क को सही प्रोटेक्‍शन प्रदान करने के लिए स्‍ट्रांग पासवर्ड डालें.

फायरवॉल सिक्‍योरिटी ऑप्‍शन को नकारना: फायरवॉल सिक्‍योरिटी ऑप्‍शन को नकारना किसी भी यूजर की सबसे बड़ी भूल हो सकती है. आप इसे कभी न नकारें और अपने सिस्‍टम को सेफ रखें.

फर्मवेयर अपडेट को नकारना: महत्‍वपूर्ण अपडेट को नकारना, नेटवर्क की सुरक्षा को कम करने के समान होता है. कई बार यूजर्स नेटवर्क लगने के बाद इन अपडेट को करना सही नहीं समझते हैं, ऐसे में नेटवर्क सुरक्षा में कमी आ जाती है.

गलत कॉन्‍फीग्रेशन इन्‍फॉर्मेशन का इस्‍तेमाल: एक आईपी एड्रेस, सबसे अलग वायरलेस नेटवर्क एड्रेस होता है. लेकिन कई लोग वायरलेस नेटवर्क में गलत जानकारी दे देते हैं जो कि सही नहीं है.

गलत एडॉप्‍टर और राउटर्स को मिलाना: जी हां, गलत एडॉप्‍टर और राउटर्स को मिला देना भी एक गलती है. सही एडाप्‍टर को सही राउटर के साथ ही लगाना चाहिए वरना नेटवर्क की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.

 

अब शॉपिंग के लिए होगा पूरा दिन

केंद्र सरकार एक केबिनेट बैठक में मॉडल शॉप्स एंड एस्टेबलिशमेंट कानून को मंजूरी दे दी है. अब देश के सभी शहरों में बैंक्स, मॉल्स, मूवी थिएटर्स, रेस्त्रां, लोकल मार्केट, दुकानें और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स 365 दिन 24 घंटे खुले रहेंगे. इसके तहत शहर की वही दुकानें 24 घंटे खुली रह सकेंगी, जो फैक्ट्री कानून के तहत नहीं आतीं. इसके तहत संस्थानों को 24 घंटे दुकानें खोलना जरूरी होगा. ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई होगी.

10 से कम कर्मचारियों वाले संस्थान पर नियम लागू नहीं होगा. सरकारी ऑफिस व आरबीआई इस नए मॉडल के दायरे में नहीं आएंगे. यह कानून अब राज्यों के पास जाएगा. उनसे चर्चा के बाद इसके लागू होने की तारीख तय होगी. यह मॉडल कानून है, इसे पास करने के लिए सरकार को संसद की मंजूरी नहीं चाहिए.

मिलेगी सुविधा

मॉल जल्द बंद होने से उन लोगों को परेशानी होती है जो नौकरी व व्यापार से समय नहीं निकाल पाते है. 24 घंटे खुले रहने की स्थिति तो अभी नहीं है, लेकिन 2-3 घंटे का समय आसानी से बढ़ा सकते है, ताकि लोगों को खरीदारी का मौका मिले.

शोरूम चालू रखेंगे

वहीं ज्वेलर्स का कहना है कि प्रशासन अगर सुरक्षा की व्यवस्था करता है तो सोने-चांदी के शोरूम व सराफा बाजार 24 घंटे चालू रखने में किसी तरह का परहेज नहीं है.

अब सिरदर्द नहीं आईफोन मेंटेनेंस

आईफोन और मैक, उनके यूजर्स के लिए बहुत जरूरी होते हैं. और अगर उनमें थोड़ी सी भी इंटरनल या एक्‍सटर्नल प्रॉब्‍लम आ जाती है तो उन्‍हें खटक जाता है. लेकिन हम आपको ऐसे टिप्‍स बताएंगे, जिनके माध्‍यम से आप घर पर ही आईफोन या मैक में होने वाली हल्‍की दिक्‍कतों को सही कर लेंगे.

चिपकती बटन: अगर आपके आईफोन या मैक की बटन चिपकने लगी है तो परेशान न हो. आप एल्‍कोहल को कॉटन पर लें और उससे हल्‍के हाथों से पोंछ लें.

धीमी चार्जिंग: अगर फोन में धीमी चार्जिंग होने लगी है तो इसका मतलब है कि चार्जिंग प्‍वाइंट में डस्‍ट आ गई है इसके लिए किसी ब्रश की मदद से धूल के उन कणों को साफ कर दें और आपका आईफोन फिर से तेजी से चार्ज होने लगेगा.

इयरपॉड्स को साफ करना: अगर आपके इयरपॉड्स गंदे हो जाएं तो उन्‍हें टूथपिक सा टूथब्रश की मदद से हल्‍के हाथों से साफ करें. जाली में भरने वाली धूल साफ हो जाएगी, पानी का इस्‍तेमाल वर्जित है.

अच्‍छी आवाज: अगर आपको आईफोन में कोई पसंदीदा गाना सुनना है और आपको मनमुताबिक तेज आवाज नहीं मिल रही है तो उसे किसी खाली बड़े कटोरे में रख दें, इससे जो आवाज आएगी वो आपको काफी अच्‍छी लगेगी.

केबल मुड़ना: अच्‍छे वॉयर अंदर से कभी खराब नहीं होते हैं लेकिन उनकी सिरे मुड़ जाते हैं और वहीं से वो टूट जाते हैं. अगर आपके इयरफोन या चार्जर में भी ऐसा ही हुआ है तो सिरे पर प्‍लास्टिक कोटिंग कर दें, आप चाहें तो सेलो टेप भी लगा सकते हैं.

सुगरू: आप चाहें तो टूटी हुई वॉयर पर सुगरू को लगा सकते हैं, भारत में आप इसे एमसिल आदि नाम से भी जानते हैं. इसे लगाकर छोड़ दें.

किनारों की रक्षा: अगर आपके आइफोन या आइपैड के किनारों पर खरोंच आ गई है या आप उन्‍हें हमेशा सुरक्षित रखना चाहते हैं तो इसके लिए भी सुगरू की मदद ले सकते हैं और उसे भी डिजाइन बनाकर किनारों पर सेट कर सकते हैं.

कॉर्ड की रक्षा: अगर आप अपने चार्जर और केबल को हमेशा सेफ रखना चाहते हैं तो उसमें पेन की पुरानी स्प्रिंग को डाल दें. इससे वह मुड़ने पर टूटेगा नहीं.

मोबाइल स्‍टैंड: कई बार आपको फोन को पॉकेट से निकालकर बाहर रखने की जरूरत पड़ जाती है. ऐसे में दो पेपर क्लिप की मदद से आप कभी भी फटाक से स्‍टैंड बना सकते हैं. पिक्‍चर को ध्‍यान से देखिए और इसी प्रकार स्‍टैंड बना लीजिए.

कार्डबोर्ड स्‍टैंड: आप पुराने क्रेडिट कार्ड या अन्‍य कार्ड की मदद से स्‍टैंउ बना सकते हैं.

आईपैड और एप्‍पल पेसिंल: घर पर ही इन्‍हें एंटरटेनमेंट के लिए बनाना आसान है. ज्‍यादा जानकारी के लिए इस लिंक को पढ़ें.

सिलिका जेल: अगर आपका आइपैड या मैक भीग गया है तो सिलिका जेल काम में आती है. यह किसी भी नए उत्‍पाद में पुड़िया के रूप में पड़ी रहती है. आप इसके साथ अपनी डिवाइस को रख दें. यह जेल, नमी सोख लेगी.

सिम निकालना: एप्‍पल के प्रोडक्‍ट से सिम निकालना मुश्किल काम है इसके लिए आप पेपर क्लिप को सीधा कर लें और उसकी मदद से सिम स्‍लॉट को दबाएं.

 

 

भारत को मिलने लगा ब्रेक्जिट का लाभ

भारतीय क्रूड बास्केट का दाम करीब दो डॉलर घटकर मंगलवार को 45.35 डॉलर पर आ गया. बीते गुरुवार को इस क्रूड बास्केट का मूल्य 47.26 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर था. सरकारी तेल कंपनियां इसका फायदा ग्राहकों को भी ईंधन कीमतों में कमी करके दे सकती हैं.

इसी महीने 16 तारीख को तेल कंपनियों ने पेट्रोल कीमत में पांच पैसे और डीजल में 1.26 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी. ब्रिटेन व यूरोपीय संघ की अर्थव्यवस्थाओं में अस्थिरता की आशंका में अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड के भाव लुढ़क गए थे. कच्चे तेल की कीमतों में अब सुधार का रुख है. बुधवार को न्यूयॉर्क के बाजार में ब्रेंट क्रूड 1.30 डॉलर भड़ककर 49.88 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. इसी तरह यूएस क्रूड भी बढ़कर 49.14 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा.

WT20 में अब खेल सकती हैं 12 टीमें

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) 2018 में होने वाले विश्व टी20 के मुख्य ड्रॉ में दो और टीमों को जोड़ने के लिये तैयार है. आईसीसी के सालाना सम्मेलन के पहले दिन के दौरान एसोसिएट देशों की बैठक के बाद यह बात सामने आई. यानी अब सुपर 10 की जगह सुपर 12 राउंड होगा.

सूत्रों के मुताबिक इस तरह के भी संकेत हैं कि एसोसिएट देशों के प्रतिनिधियों को आईसीसी बोर्ड में पूर्ण मतदान अधिकार भी दिया जा सकता है.

हांगकांग क्रिकेट संघ के मुख्य कार्यकारी टिम कटलर ने कहा, ‘मैंने जो सुना है उसके अनुसार दो टीमों को जोड़कर सुपर 12 तैयार किया जाएगा. ऐसा लगता है कि अभी इस फॉर्मेट पर सहमति है. यह सही दिशा में उठाया गया कदम है.’

रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर ने घोषणा की है कि आईसीसी में एसोसिएट देशों के तीन प्रतिनिधियों को पूर्ण मतदान अधिकार देने का प्रस्ताव है और इसे इस सप्ताह के आखिर में मंजूरी मिल सकती है.

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